Himachal Pradesh Doctors Pen Down Strike: डॉक्टरों की सामूहिक हड़ताल का असर ऊना और सिरमौर जिले में देखने को मिला. वहीं, स्पताल में डॉक्टरों की सामूहिक हड़ताल से मरीज परेशान रहे. डॉक्टरों ने स्पष्ट कर दिया है कि अब भी मांगे नहीं मानी गई तो विरोध आगे भी जारी रहेगा.
Trending Photos
Pen Down Strike in Himachal: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला में सरकारी डॉक्टरों द्वारा अपनी मांगों को लेकर सामूहिक हड़ताल का ऐलान किया गया. ऐसे में आज ऊना अस्पताल में डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं थे. डॉक्टर अपनी सामूहिक हड़ताल के दौरान अपनी पांच मांगों को लेकर सरकार से उन्हें जल्द पूरा करने की मांग कर रहे हैं, तो वही इस हड़ताल का असर इलाज करवाने आए मरीजों पर भी देखने को मिला है.
ऊना के सरकारी अस्पताल में डॉक्टर के न बैठने के चलते मरीज इलाज के लिए इधर-उधर घूमते दिखाई दिए. इलाज करवाने आए मरीजों के मुताबिक वह आज इलाज के लिए ऊना पहुंचे थे, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि आज डॉक्टर की हड़ताल है. जिस कारण उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. मरीज के मुताबिक, उनका जहां से इलाज चल रहा है अगर उन्हें जानकारी मिलती तो वह आज शायद नहीं आते मरीज के मुताबिक डॉक्टर के न बैठने के कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा है.
वहीं, सामूहिक हड़ताल पर बैठे डॉक्टर के मुताबिक पहले उन्होंने पेन डाउन हड़ताल के जरिए सरकार को अपनी मांगे पूरी करने का समय दिया था, लेकिन सरकार उनकी मांगों को लेकर शायद गंभीर नहीं है. इसलिए आज प्रदेश भर में डॉक्टरों द्वारा सामूहिक हड़ताल का ऐलान किया गया है. उसी कड़ी में ऊना अस्पताल में भी डॉक्टर ने सामूहिक हड़ताल को समर्थन दिया है. डॉक्टरों ने कहा हमारी जो पांच प्रमुख मांगे है जिसको लेकर प्रदेश में डॉक्टर सामूहिक हड़ताल पर बैठे हैं. हमारी सरकार से अपील है कि हमारे मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए.
इसके अलावा पांवटा साहिब अस्पताल के सभी चिकित्सा अधिकारी आज सामूहिक अवकाश पर चले गए. सभी डॉक्टर एनपीए जारी न किए जाने और अन्य मांग मांगे पूरी न होने के कारण छुट्टी पर रहे और विरोध प्रदेर्शन किया. डॉक्टरों की छुट्टी पर जाने से पांवटा साहिब अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रही.
मांगे नहीं मानने पर डॉक्टर हर दिन ढाई घंटे की हड़ताल पर चल रहे हैं. मेडिकल अधिकारी एसोसिएशन ने यह भी चेतावनी दी है कि मांगें पूरी न होने पर आंदोलन तेज होगा. डॉक्टर नहीं पहुंचने से पांवटा साहिब में सुबह से मरीज इंतजार करते रहे. ओपीडी बंद रही. इसके चलते मरीजों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी है. मुख्यमंत्री सुक्खू की ओर से आश्वासन मिलने के बाद भी उनकी मांगें पूरी नहीं हुई हैं. इस दौरान डॉ पीयूष व डॉ राघव ने कहा कि इमरजेंसी सर्विस व इनडोर सर्विस पूरी तरह चल रही है.