Indira Gandhi Death Anniversary 2023: पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी की आज पुण्यतिथि है. इस मौके पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल और सरकार के कैबिनेट मंत्रियों ने शिमला के रिज मैदान में इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर फूल अर्पित करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी और उन्हें याद किया.
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समीक्षा कुमारी/शिमला: पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी की आज 39वीं पुण्यतिथि है. देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि को 'राष्ट्रीय संकल्प दिवस' के रूप में मनाया जा रहा है. इस मौके पर कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी सांसद राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को दिल्ली के शक्ति स्थल पर श्रद्धांजलि दी.
राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल ने भी दी श्रद्धांजलि
वहीं, इस अवसर पर आज प्रदेश के राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल ने भी शिमला के रिज मैदान में इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर फूल चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की और 'राष्ट्रीय संकल्प दिवस' की शपथ ली. इस दौरान मुकेश अग्निहोत्री, लोकनिर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह और स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने भी उनकी प्रतिमा पर फूल अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए याद किया.
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इस मौके पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर देश उन्हें याद कर रहा है. साल 1971 में भारत को अभूतपूर्व विजय दिलाने का श्रेय इंदिरा गांधी को दिया जाता है, जिसके परिणाम स्वरूप बांग्लादेश बना. उन्होंने कहा कि आज सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्मदिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप मनाया जा रहा है.
सरदार बल्लभभाई पटेल की देन है अखंड भारत
उन्होंने कहा कि आज का अखंड भारत सरदार बल्लभभाई पटेल की ही देन है. आजादी के बाद सभी रियासतें स्वतंत्र थीं, जो जहां जाना चाहती थीं जा सकती थीं, लेकिन उन्होंने सभी रियासतों को एक करके आज के वृहद हिंदुस्तान का निर्माण किया.
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अंगरक्षकों ने ही की थी हत्या
गौरतलब है कि 1984 में आज ही के दिन स्वर्ण मंदिर में ऑपरेशन ब्लू स्टार के पांच महीने बाद उनकी हत्या कर दी गई थी. हालांकि इंदिरा गांधी की मौत आज तक रहस्य ही बनी हुई है. आज तक किसी को ये पता नहीं चल पाया कि उनकी मौत कैसे हुई. अब 31 अक्टूबर, 1984 का दिन इतिहास के पन्नो में दर्ज हो चुका है. हालांकि कहा जाता है कि इंदिरा गांधी के अंगरक्षकों ने ही उनकी हत्या कर दी थी. इंदिरा गांधी को आज 'भारत की लौह महिला' के रूप में जाना जाता है.
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