Hamirpur Heatwave: गर्मी के मौसम को देखते हुए हमीरपुर में स्वास्थ्य महकमे ने पत्र जारी कर स्कूलों में पुख्ता प्रबंध के लिए कहा है. पढ़ें पूरी खबर..
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Hamirpur News: हमीरपुर जिला में लगातार बढ़ रहे तापमान के बीच चल रही हीट वेव से स्कूली छात्रों को सुरक्षित रखने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने शिक्षा उपनिदेशकों को पत्र जारी किया है. पत्र जारी कर कहा गया है कि हीट स्ट्रोक से छात्रों को बचाने के सभी पुख्ता इंतजाम स्कूलों की तरफ से किए जाएं.
स्कूलों की कक्षाओं में छात्रों के लिए पंखे तथा वेंटिलेशन की उचित व्यवस्था हो तथा इसके साथ ही स्कूल में शुद्ध तथा ठंडा पानी उपलब्ध करवाया जाए. स्कूल प्रबंधन स्वास्थ्य विभाग से संपर्क स्थापित कर ओआरएस के पैकेट भी अपने पास रखें तथा इनका सेवन छात्रों को करवाया जाए ताकि ये हीट स्ट्रोक से बचे रहें.
इसके साथ ही तय किया जाए कि स्कूली छात्र धूप में न खेंले. धूप में खेलने पर छात्र हीट वेव की चपेट में आ सकते हैं. साथ ही छात्रों को अनावश्यक तौर पर कहीं बाहर लेकर न जाएं. वर्तमान समय में तापमान में वृद्धि हो रही है. जिस कारण गर्मी का प्रकोप बढ़ रहा है. देखा गया है कि स्कूली छात्रों को नकसीन आदी निकल रही है. यह भी बढ़े तापमान का ही एक लक्षण माना जा सकता है.
जिला स्वास्थ्य विभाग की तरफ से शिक्षा उपनिदेशक उच्चतर तथा शिक्षा उपनिदेशक प्राइमरी को पत्र जारी किया गया है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके अग्निहोत्री ने कहा कि सभी खंड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं कि पीएचसी तथा सीएचसी व क्षेत्रीय अस्पतालों में हीट स्ट्रोक मैनेजमेंट कॉर्नर बनाया जाए. यहां पर एसी, ठंडे पानी की सुविधा सहित ओआरएस की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए.
यदि बच्चे, बूढ़े या गर्भवती महिलाएं अस्पताल में इलाज के लिए आती हैं तो उन्हें उस कमरे में बैठाया जाए फिर उपचार की सुविधा प्रदान की जाए. वर्तमान हालात ऐसे हैं कि बाहरी राज्यों में हीट स्ट्रोक से कई लोगों की मृत्यु हो चुकी है. हिमाचल में भी 50 साल बाद इतनी अधिक गर्मी रिकॉर्ड की जा रही है.
हमीरपुर का तापमान भी 40 डिग्री से पार हो रहा है. उन्होंने बताया कि हीट स्ट्रोक मैनेजमेंट कॉर्नर सभी अस्पतालों में बनाने के लिए खंड चिकित्सा अधिकारियों को कहा गया है. कई बार लोग बीमारी की हालत में इलाज के लिए लाइन में खड़े नहीं हो सकते. ऐसे लोगों को कमरे में बैठाकर ठंडा पानी तथा ओआरएस का घोल पिलाया जाए ताकि ये लोग हीट स्ट्रोक से बचे रहें.
उन्होंने कहा कि हेल्थ एक्सपर्ट तथा हेल्थ काउंसलर को भी लोगों की काउंसलिंग के लिए कहा गया है. अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को हीट स्ट्रोक होने के कारणों तथा बचाव के बारे में जागरूक किया जाए तथा रोजाना की रिपोर्टिंग मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय को नियमित तौर पर की जाए.
रिपोर्ट- अरविंदर सिंह, हमीरपुर