Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम के बेड़े में 11 नई वोल्वो बसें शामिल की गई हैं. डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कैथली घाट से हरी झंडी दिखाकर इन बसों को रवाना किया. ये बसें धार्मिक पर्यटन स्थलों में चलाई जाएंगी.
Trending Photos
संदीप सिंह/शिमला: हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (HRTC) के बेड़े में 11 नई वोल्वो बसें शामिल हो गई हैं. ऐसे में अब प्रदेश की सुक्खू सरकार हिमाचल और हिमाचल के बाहर धार्मिक पर्यटन स्थलों के लिए लोगों को वोल्वो बस सेवा देने जा रही है. शिमला से मनाली (Shimla to Manali bus service) के लिए दिन के लिए वॉल्वो बस (Shimla to Manali volvo bus service) सेवा शुरू की गई है. उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री (Deputy CM Mukesh agnihotri) ने शुक्रवार को कैथली घाट से 11 नई वोल्वो बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जिनमें से केवल एक बस की कीमती ही लगभग सवा करोड़ रुपये है.
इन राज्यों में वोल्वो बस सर्विस शुरू करेगा HRTC
वहीं, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (HRTC) जयपुर के लिए वोल्वो बस सेवा शुरू करने की योजना बना रहा है. इसके अलावा सिक्योरिटी क्लीयरेंस के बाद श्रीनगर के लिए भी वॉल्वो बस सेवा शुरू की जाएगी, जबकि टापरी से चंडीगढ़ और चिंतपूर्णी से दिल्ली के लिए भी बस सेवा शुरू की जाएगी.
ये भी पढ़ें- Himachal Tourism: विकास की दिशा में तेजी से बढ़ रहा कांगड़ा जिला, जल्द मिलेंगी ये सुविधा
धर्मशाला पहुंची 15 इलेक्ट्रिक बसें
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि धर्मशाला में 15 इलेक्ट्रिक बसें पहुंच गई हैं जिन्हें मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू जल्द ही हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. वहीं, शिमला में 20 इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में 75 सिटी इलेक्ट्रिक बसें खरीदने की मंजूरी मिल गई है. इसके साथ ही प्रदेश की सुक्खू सरकार अब राज्य में अवैध रूप से चल रहीं वोल्वो बसों पर भी शिकंजा कसेगी.
ये भी पढ़ें- Himachal Pradesh Tourist place: हिमाचल प्रदेश का ये हिल स्टेशन है बेस्ट टूरिस्ट प्लेस, 2050 में होगी ऐसी तस्वीर
धीरे-धीरे सुधर रही एचआरटीसी की हालत
वहीं, मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि कोरोना काल में एचआरटीसी काफी घाटे में चल रहा था, लेकिन अब निगम धीरे-धीरे पटरी पर आ रहा है. उन्होंने कहा कि निगम की मासिक आय करीब 65 करोड़ है, जबकि खर्चा 144 करोड़ के लगभग है. इस घाटे को पूरा करने के लिए सरकार से मदद मिल रही है. इस बार एचआरटीसी कर्मचारियों को तनख्वाह देने में भी काफी देरी हुई है जबकि अभी पेंशन धारकों का मसला भी लंबित है. भविष्य में इस तरह न हो इसके लिए एचआरटीसी मेकैनिज्म तैयार कर रहा है.
WATCH LIVE TV