स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के मद्देनजर जिला निर्वाचन की नई पहल,राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के लिए लगाए गए तंबू
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स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के मद्देनजर जिला निर्वाचन की नई पहल,राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के लिए लगाए गए तंबू

हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग हुई. 68 विधानसभा सीटों पर एक फेज में राज्य में मतदान हुए.

स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के मद्देनजर जिला निर्वाचन की नई पहल,राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के लिए लगाए गए तंबू

राकेश मलही/ऊना: हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग हुई. 68 विधानसभा सीटों पर एक फेज में राज्य में मतदान हुए. ऐसे में अब तमाम पार्टियों और जनता को 8 दिसंबर का इंतजार है.  8 दिसंबर को हर किसी को पता चल जाएगा कि कौन होगा हिमाचल का अगला मुख्यमंत्री. 

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ऐसे में ऊना में प्रमुख राजनीतिक दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों की संतुष्टि के लिए विभाग ने स्ट्रांग रूम के बाहर तीन जगह तंबू लगा दिए हैं.  हिमाचल प्रदेश के राजकीय महाविद्यालय ऊना में स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के मद्देनजर जिला निर्वाचन विभाग ने नई पहल की है.  जिले के प्रमुख राजनीतिक दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों की संतुष्टि के लिए विभाग ने स्ट्रांग रूम के बाहर तीन जगह तंबू लगा दिए हैं. 

इन तीनों टेंटों में किसी भी राजनीतिक दल या निर्दलीय प्रत्याशी के प्रतिनिधि सुरक्षा व्यवस्था से संबंधित निगरानी कर सकते हैं. मतदान के बाद ईवीएम ऊना कॉलेज में थ्री लेयर के पहरे में रखी गई हैं.  विधानसभा क्षेत्र ऊना, हरोली और कुटलैहड़ की ईवीएम सख्त पहरे में हैं. सुरक्षा बलों सहित पुलिस जवान 24 घंटे स्ट्रांग रूम की निगरानी कर रहे हैं. 

बता दें, बाकायदा, यहां सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं.  निर्वाचन विभाग के अधिकारी भी समय-समय पर सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण कर रहे हैं.  ईवीएम की सुरक्षा को लेकर किसी भी राजनीतिक दल के प्रत्याशी एवं पोलिंग एजेंट संशय में न रहें, इसके लिए अब स्ट्रांग रूम के बाहर तीन तंबू लगाए दिए गए हैं.  यहां प्रत्याशी और पोलिंग एजेंट पंजीकरण कराने के बाद सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता कर सकते हैं. 

इसके साथ ही वह सभी किसी भी प्रतिनिधि को अधिकृत कर यहां देख-रेख के लिए बैठा सकते हैं.  उपायुक्त ने व्यवस्थाओं की जांच भी की चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशानुसार टेंट लगाए गए हैं.  इसका मकसद प्रत्याशियों और पोलिंग एजेंटों को विश्वास दिलाना है कि ईवीएम की सुरक्षा पुख्ता है.  बता दें, टेंट में किसी भी राजनीतिक दल या निर्दलीय उम्मीदवार एवं पोलिंग एजेंट किसी अधिकृत प्रतिनिधि को टेंट में देखरेख के लिए लेटर जारी कर बैठा सकते हैं. 

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