Dharamshala News in Hindi: ओडिशा की जनजातीय जीवनशैली से हिमाचल के 45 छात्र रूबरू हुए. इस दौरान उन्होंने पौराणिक खंडगिरी और उदयगिरी गुफाओं का दौरा किया.
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Dharamshala News: ओडिसा भ्रमण पर निकले हिमाचल प्रदेश के 45 छात्रों की टीम ने पौराणिक खंडगिरी और उदयगिरी गुफाओं का दौरा किया. इस दौरान छात्रों ने गुफाओं की पौराणिक महत्वता व इसके बारे में अन्य जानकारी हासिल की. इसके साथ ही हिमाचल टीम ने ओडिशा के ट्राइबल कल्चर को समझने के लिए ओडिसा ट्राइबल म्यूजियम का भी भ्रमण किया.
ट्राइबल म्यूजियम में भ्रमण करते हुए छात्रों ने ओडिशा की संस्कृति व विभिन्न जनजातियों (ट्राइब्स), उनकी परंपरा व धार्मिक संस्कारों के बारे में जाना. इस कड़ी में छात्रों ने म्यूजियम के प्रांगण में स्थापित किये गये आदिवासियों के देवी-देवताओं के संदर्भ में भी अपने ज्ञान में बढोतरी की. डॉक्युमेंट्री के जरिये आदिवासियों की जीवनशैली व उनके प्रतिष्ठाओं के बारे में भी विस्तार रूप से बताया गया.
हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय के तत्वाधान में की गई हिमाचल के विभिन्न विश्विद्यालयों के छात्रों की टीम ने भ्रमण के तीसरे दिन धौली में दया नदी के किनारे स्थापित बुद्ध शांति स्तूप का भी दौरा किया. भ्रमण पर गये छात्रों ने बताया कि इस तरह के सांस्कृतिक मिलन के कार्यक्रमों को और भी अधिक बढ़ावा दिया जाना चाहिए. छात्रों की मानें तो ओडिशा में विभिन्न स्थानों का भ्रमण करना अपने आप में एक अनोखा अनुभव है. छात्रों के अनुसार इस परस्पर यात्रा में आना और ओडिशा के बारे में जानना उनकी यात्रा को सार्थक करने जैसा है.
सांस्कृतिक आदान-प्रदान के तहत ओडिशा गई हिमाचल की 45 विद्यार्थियों की टीम ने भ्रमण के दूसरे दिन कौशल विकास संस्थान, भुवनेश्वर (स्किल डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट) का दौरा किया. इस दौरान छात्रों ने भारत सरकार द्वारा देशभर के लोगों को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए दी जाने वाली ट्रेनिंग के बारे में विस्तार से जाना.
इसके साथ ही कौशल विकास संस्थान, भुवनेश्वर में चल रहे विभिन्न कौशल विकास योजना के कोर्सेज के बारे में भी छात्रों को जानकारी दी गई. इसी कड़ी में छात्रों ने इस योजना से जुड़े हुए कई प्रश्न भी पूछे जिनके जवाब कौशल विकास संस्थान, भुवनेश्वर के प्रध्यापकों ने दिए. वहीं छात्रों ने कौशल विकास संस्थान, भुवनेश्वर की लैब का भी मुआइना करते हुए विभिन्न आधुनिक तकनीकों को जाना और समझा.
रिपोर्ट- विपिन कुमार, धर्मशाला