Hamirpur News: बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में प्रसाद के रूप में चढ़ाई जाने वाली रोटी के कारण कई लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ हो रहा है इसलिए लोगों की सुरक्षा के लिए सभी दुकानदारों को खाद्य सुरक्षा ट्रेनिंग दिया जाएगा, जिसमें मान्यता प्राप्त ट्रेंनर द्वारा दुकानदारों को ट्रेनिंग दिया जाएगा.
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Hamirpur News: कुछ माह पहले उत्तर भारत के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध से रोट के सैंपल फेल होने का मामला सामने आया था. जिसके बाद जिला खाद्य सुरक्षा विभाग हमीरपुर की टीम ने दियोटसिद्ध में सभी दुकानदारों को फूड सेफ्टी ट्रेनिंग करवाई जिसमें मान्यता प्राप्त ट्रेंनर ने दुकानदारों को ट्रेनिंग भी दिया. विभाग ने विशेष कैंप का आयोजन कर कार्यशाला में रोट बनाने से संबंधित सभी जानकारियां साझा की. कार्यशाला में बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में प्रसाद के रूप में चढ़ाई जाने वाली रोट बनाने वाले दुकानदारों ने भोज कार्यक्रम के तहत अपनाई जाने वाली सभी गतिविधियां पूरी कर ली हैं. अब अगले माह ऑडिटिंग एजेंसी ऑडिट करके भोज को स्ट्रीफिएड भी करेंगे.
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गौरतलब है कि बाबा बालक नाथ मंदिर में चढ़ाई जाने वाली रोट की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे थे, जिसके बाद खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने रोट के सैंपल एकत्रित कर जांच के लिए कंडाघाट लैब में भेजे थे. यहां रोट का प्रसाद तैयार कर कई दिनों तक रखा जाता है, जांच रिपोर्ट में पाया गया कि सैंपल फेल हुई रोट खाने लायक नहीं थी. जिससे लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ हो रहा है. ऐसे में अब जिला सुरक्षा विभाग ने दियोटसिद्ध में दुकानदारों को खाद्य सुरक्षा का प्रशिक्षण दिया है.
सहायक आयुक्त खाद्य एवं सुरक्षा अनिल शर्मा ने बताया कि हमारी टीम ने दियोटसिद्ध में सभी दुकानदारों को फूड सेफ्टी की ट्रेंनिंग दी है. उन्होंने बताया कि अगले महीने ऑडिटिंग एजेंसी ऑडिट करके भोज को सर्टिफाइड करेंगे. उन्होंने बताया कि रोट पर एक्सपायरी तिथियां अंकित करने के संबंध में भी बातचीत की गई है. उन्होंने बताया कि दुकानदारों को विभाग मान्यता प्राप्त लैब की सूची भी उपलब्ध कराएगा, ताकि दुकानदार अपनी रोट को नजदीकी लैब में भेजकर सैंपलिंग करवा सकें और एक्सपायरी संबंधी कार्यवाही पूरी कर सकें.