पुणे में चल रही शूटिंग इस लोकप्रिय सैन्य-आधारित ड्रामा सीरीज को नए सिरे से पेश करने का संकेत देती है, जिसने शाहरुख खान को तीन दशक पहले स्टारडम दिलाया था.
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Fauji 2: क्लासिक भारतीय टेलीविजन के प्रशंसकों के लिए एक बड़ी उपलब्धि के रूप में, बहुप्रतीक्षित फ़ौजी 2 की आधिकारिक तौर पर शूटिंग शुरू हो गई है, जो शाहरुख खान के 1989 के प्रतिष्ठित टीवी डेब्यू की विरासत को पुनर्जीवित करती है. वर्तमान में पुणे में हो रही शूटिंग, तीन दशक से भी ज्यादा समय पहले शाहरुख खान को स्टारडम दिलाने वाली लोकप्रिय सैन्य-आधारित ड्रामा सीरीज को एक नए रूप में पेश करती है. लॉन्च के साथ ही, दूरदर्शन मूल फ़ौजी सीरीज़ को फिर से प्रसारित कर रहा है, जो दर्शकों को उस समय की याद दिलाएगा, जब यह सब शुरू हुआ था.
फौजी: एक प्रतिष्ठित यात्रा की शुरुआत
मूल फौजी सीरीज 1989 में दूरदर्शन पर प्रसारित हुई थी और इसे अपने समय के सबसे महत्वपूर्ण टीवी शो में से एक माना जाता है. सैन्य प्रशिक्षण और सौहार्द की पृष्ठभूमि पर आधारित यह शो भारतीय सेना में युवा भर्तियों के एक समूह पर केंद्रित था. उनमें से एक युवा शाहरुख खान भी थे, जिन्होंने अभिमन्यु राय का किरदार निभाया था.
संदीप सिंह द्वारा निर्मित और रचनात्मक रूप से निर्देशित फौजी 2, क्लासिक आर्मी ड्रामा की आधुनिक कहानी होने का वादा करती है. विक्की जैन और गौहर खान सहित बिलकुल नए कलाकारों के साथ, इस सीरीज का उद्देश्य मूल शो की यादों को समकालीन कहानी और प्रोडक्शन तकनीकों के साथ मिलाना है.
स्टार-स्टडेड कास्ट और प्रोडक्शन टीम
गौहर खान की मौजूदगी के अलावा, फौजी 2 के पीछे की क्रिएटिव टीम में कई टैलेंट हैं. विक्की जैन और ज़फ़र मेहदी इस सीरीज के सह-निर्माता हैं, जबकि कहानी विशाल चतुर्वेदी द्वारा गढ़ी गई है. सीरीज की पटकथा अमरनाथ झा ने लिखी है, जबकि संवाद अनिल चौधरी और चैतन्य तुलस्यान ने लिखे हैं. प्रसिद्ध गायक सोनू निगम ने श्रेयस पुराणिक द्वारा रचित शीर्षक ट्रैक को अपनी आवाज दी है, जो शो के संगीतमय आकर्षण को और समृद्ध करता है.
नए युग के टेलीविजन से मिलती है पुरानी यादें
एक रणनीतिक कदम के तहत दूरदर्शन ने फौजी 2 के लॉन्च से पहले के हफ्तों में मूल फौजी सीरीज को फिर से प्रसारित करने का फैसला किया है. आज से दर्शक हर सोमवार से गुरुवार तक डीडी नेशनल पर मूल शो के 13 एपिसोड देख सकते हैं. इससे न केवल नई पीढ़ी को सीरीज से परिचित कराया जाएगा, बल्कि पुराने प्रशंसकों को 30 साल पहले भारत की कल्पना पर छाए जादू को फिर से जीने का मौका भी मिलेगा.