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Sunil Dutt Birth Anniversary: पहले बस कंडक्टर से RJ फिर एक्टर से राजनीतिज्ञ बने सुनील दत्त, पढ़े उनके कुछ दिलचस्प किस्से

बॉलीवुड अभिनेता और राजनीतिज्ञ सुनील दत्त का जन्म 6 जून 1930 को झेलम जिले (अब पाकिस्तान) में बलराज दत्त के रूप में हुआ था. दत्त ने अपने करियर की शुरुआत रेडियो सीलोन में एक रेडियो जॉकी के रूप में की थी.

Sunil Dutt’s Name Change

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Sunil Dutt’s Name Change

सुनील दत्त का असली नाम बलराज दत्त था. उनकी पहली फ़िल्म भूमिका 1955 में रमेश सहगल की 'रेलवे प्लेटफ़ॉर्म' में थी. निर्देशक ने तब प्रसिद्ध अभिनेता बलराज साहनी के साथ भ्रम से बचने के लिए उनका स्क्रीन नाम बदलकर सुनील दत्त रख दिया था.

 

Sunil Dutt Launched Sanjay Dutt

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Sunil Dutt Launched Sanjay Dutt

सुनील दत्त ने अपने बेटे संजय दत्त के अभिनय करियर को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने 1981 में फिल्म रॉकी के साथ संजय दत्त को निर्देशित और लॉन्च किया. इसमें अमजद खान, टीना मुनीम, रीना रॉय, राखी, शक्ति कपूर और अरुणा ईरानी भी थे.

 

He Survived a Plane Crash in 2001

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He Survived a Plane Crash in 2001

2001 में नासिक में एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और उसमें आग लग गई थी. विमान में दत्त और चार अन्य लोग बाल-बाल बचे थे. सुनील दत्त के पैर और कंधों में चोटें आईं और उन्हें तुरंत लाइफलाइन अस्पताल ले जाया गया था. शुरुआती उपचार के बाद दत्त को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया था.

 

Sunil Dutt Secular Take in 1994

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Sunil Dutt Secular Take in 1994

बाबरी मस्जिद के विध्वंस और मुंबई सीरियल धमाकों के बाद, दत्त एकमात्र ऐसे राजनेता थे जो धर्मनिरपेक्ष थे. उन्होंने हिंदू और मुस्लिम दोनों परिवारों के लिए राहत की व्यवस्था की. दत्त के इस कदम की अधिकांश लोगों ने सराहना की, जबकि समाज के कुछ वर्गों को यह पसंद नहीं आया. उन्हें अपने मानवीय कार्यों के लिए मौत की धमकियां भी मिलीं. लेकिन इसने उन्हें दूसरों की मदद करने से नहीं रोका.

 

His Directorial and Production Ventures

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His Directorial and Production Ventures

दत्त ने न केवल अपनी अभिनय क्षमता का प्रदर्शन किया, बल्कि निर्देशन और निर्माण के क्षेत्र में भी काम किया. उन्होंने 1964 में फिल्म यादें से निर्देशन में पदार्पण किया था. इस फिल्म को 'एक कथात्मक फिल्म में सबसे कम अभिनेताओं' की श्रेणी में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया. इस फिल्म को दुनिया की पहली फीचर फिल्म माना जाता है, जिसमें केवल एक ही अभिनेता ने काम किया है.

 

Dutt’s Life Was Once Saved by a Man

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Dutt’s Life Was Once Saved by a Man

सुनील दत्त जब 18 साल के थे, तब वे भारत-पाकिस्तान दंगों में फंस गए थे. तब जैकब नाम के एक व्यक्ति और उसके परिवार ने उनकी जान बचाई थी.

 

Dutt In Politics

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Dutt In Politics

सुनील दत्त एक राजनीतिज्ञ भी थे. उन्होंने 2004 से 2005 तक मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में युवा मामले और खेल मंत्री का पद संभाला था.  वे 2005 में अपनी मृत्यु तक इस पद पर थे.

 

Dutt’s Embarrassingly Cute Encounter With Nargis

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Dutt’s Embarrassingly Cute Encounter With Nargis

दत्त ने अपने करियर की शुरुआत रेडियो सीलोन की हिंदी सेवा के लिए रेडियो जॉकी के रूप में की थी. एक बार, उन्हें नरगिस का साक्षात्कार लेना था, लेकिन शो रद्द करना पड़ा क्योंकि सुनील दत्त इतने स्टारस्ट्रक थे कि वे उनकी मौजूदगी में एक भी शब्द नहीं बोल पाए.