Himachal Pradesh: हमीरपुर की महिलाएं 4 दिन की ट्रेनिंग लेकर घरेलू कामकाज के साथ मशरूम की खेती भी कर रही है. हमीरपुर में हिमउत्थान सोसाइटी द्वारा ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने के उद्देश्य से मशरूम की 21 यूनिट लगाई गई हैं.
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अरविंदर सिंह/हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दिया जा रहा है. हमीरपुर जिला के सुजानपुर ब्लॉक में हिम उत्थान सोसाइटी के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और किसानों की आय दोगुनी करने के उद्देश्य से मशरूम उत्पादन की ट्रेनिंग दी जा रही है. सुजानपुर ब्लॉक में मशरूम उत्पादन की 21 यूनिट हिम उत्थान सोसाइटी द्वारा स्थापित की गई है, जिसमें ग्रामीण महिलाएं मशरूम का उत्पादन कर आत्मनिर्भर बन रही हैं.
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वंदना देवी घरेलू कामकाज के साथ करती हैं खेती
सुजानपुर ब्लॉक के स्वाहल गांव की वंदना देवी ने हिम उत्थान सोसाइटी के माध्यम से 4 दिन की ट्रेनिंग कर अपने घर में मशरूम का उत्पादन करना शुरू कर दिया है. वंदना देवी ने बताया कि उनकी मशरूम की फसल तैयार हो गई है, जिससे अब उन्हें अच्छा-खासा लाभ होने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि वह अपने घर के कामकाज के साथ-साथ मशरूम की खेती भी कर रही हैं. वंदना ने अन्य महिलाओं से भी अनुरोध किया है कि वह मशरूम की खेती कर अतिरिक्त लाभ कमा सकती हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी.
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एक माह में तैयार हो जाती है मशरूम की फसल
वहीं, हिमउत्थान सोसायटी के डायरेक्टर विनोद कुमार ने बताया कि हिमउत्थान सोसाइटी द्वारा ग्रामीण किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने के उद्देश्य से मशरूम की 21 यूनिट लगाई गई हैं, जिससे ग्रामीण महिलाएं घर के कामकाज के साथ-साथ मशरूम का उत्पादन कर अतिरिक्त लाभ कमा रही हैं. विनोद ने बताया कि मशरूम की फसल एक माह में तैयार हो जाती है और फिर इसकी फसल पर लगभग 60 दिन तक मशरूम आता रहता है. मौजूदा समय में बाजार में मशरूम की कीमत भी अच्छी-खासी मिल रही है.
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