नील मोहन कौन हैं? जो सात साल में बन गए YouTube के नए सीईओ

यूट्यूब के नए सीईओ नील मोहन ने 2008 में जब गूगल जॉइन किया, उस वक्त गूगल डबलक्लिक का अधिग्रहण कर रहा था. साल 2015 से वो यूट्यूब में अपनी सेवा दे रहे थे. 7 साल से अधिक के वक्त में वो चीफ प्रोडक्ट अफिसर से सीईओ बन गए. आपको इस रिपोर्ट में उनके बारे में सबकुछ बताते हैं.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 17, 2023, 04:30 PM IST
  • भारतीय मूल के नील मोहन होंगे यूट्यूब के नए सीईओ
  • तकनीकी कंपनी एक्सेन्चर में रहे हैं सीनियर एनालिस्ट
नील मोहन कौन हैं? जो सात साल में बन गए YouTube के नए सीईओ

नई दिल्ली: भारतीय मूल के नील मोहन दुनिया के सबसे बड़े वीडियो शेयरिंग मंच यूट्यूब के अगले मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) होंगे. इसके साथ ही अग्रणी प्रौद्योगिकी कंपनियों के शीर्ष पद पर भारतीय मूल का एक और शख्स काबिज हो जाएगा.

यूट्यूब का स्वामित्व रखने वाली कंपनी गूगल के सीईओ के पद पर भी भारतीय मूल के सुंदर पिचाई ही हैं. माइक्रोसॉफ्ट के प्रमुख सत्या नडेला, आईबीएम के प्रमुख अरविंद कृष्ण और एबोड के प्रमुख शांतनु नारायण के भी संबंध भारत से जुड़े हुए हैं.

नील मोहन के बारे में जानिए..
वर्ष 2008 में गूगल से जुड़ने वाले मोहन को वर्ष 2015 में यूट्यूब का मुख्य उत्पाद अधिकारी नियुक्त किया गया था. इस पद पर रहते हुए वह यूट्यूब मंच पर शॉर्ट्स, म्यूजिक और ग्राहकी की पेशकश लेकर आए. आपको उनके सफर के बारे में बताते हैं.

ऐसा कहा जाता है कि भारतीय मूल के नील मोहन का जन्म कहां हुआ इसकी पुख्ता जानकारी मौजूद नहीं है. हालांकि अमेरिका में रह रहे मोहन की पढ़ाई और नौकरी से जुड़ी जानकारियां उपलब्ध है.

- 1996 में स्टैनफर्ड यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की
- उन्होंने 1996 में ही तकनीकी कंपनी एक्सेन्चर में सीनियर एनालिस्ट के तौर पर काम किया
- 2005 में उन्होंने स्टैनफर्ड यूनिवर्सिटी से से ही एमबीए किया
- नील मोहन ने कुछ वक्त माइक्रोसॉफ्ट में और फिर पांच साल डबलक्लिक में काम किया
- नील मोहन ने 2008 में गूगल जॉइन किया, उस वक्त गूगल डबलक्लिक का अधिग्रहण कर रहा था
- इसके बाद वो गूगल में डिस्प्ले और वीडियो ऐड्स के सीनियर वाइस प्रेसिडेन्ट बने
- साल 2015 से वो यूट्यूब के चीफ प्रोडक्ट अफिसर का काम कर रहे थे, अब उन्हें सीईओ नियुक्त किया गया

गूगल से पहले वह करीब छह वर्षों तक डबलक्लिक से जुड़े हुए थे लेकिन वर्ष 2008 में गूगल ने उसका अधिग्रहण कर लिया. स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से स्नातक होने के बाद उन्होंने विज्ञापन एवं उत्पाद क्षेत्र में अपना करियर शुरू किया था.

यूट्यूब की कमान मोहन के हाथ में आने के साथ ही दुनिया की एक और दिग्गज प्रौद्योगिकी कंपनी भारतीय मूल के शख्स के नेतृत्व में आ जाएगी. नोकिया इंक के सीईओ राजीव सूरी और मास्टरकार्ड के सीईओ अजयपाल सिंह बंगा का भी जन्म और शुरुआती पालन-पोषण भारत में ही हुआ था.

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