इस देश में भांग की खेती करना हुआ लीगल, जानिए वजह और नियम

थाईलैंड में भांग की खेती को कानूनी मंजूरी मिल गई है, लेकिन इसके लिए कुछ शर्तें रखी गई हैं. बता दें, भांग खेती को मंजूरी देने वाला ये एशिया का पहला देश बन गया है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jun 10, 2022, 12:54 PM IST
  • थाईलैंड में भांग की खेती को कानूनी मंजूरी
  • यहां ड्रग्स के लिए मौत की सजा तक का प्रावधान
इस देश में भांग की खेती करना हुआ लीगल, जानिए वजह और नियम

नई दिल्ली: आपसे यदि ये पूछा जाए कि आप एशिया के किसी ऐसे देश को जानते हैं, जहां भांग की खेती लीगल है? तो इस सवाल का जवाब थाईलैंड है. जी हां, जानकारी के अनुसार थाईलैंड में भांग की खेती को लीगल कर दिया गया है. ऐसा करने वाला ये एशिया का पहला देश है. आपको ये जानकर हैरानी होगी कि इस देश में ड्रग्स का सेवन करने के लिए काफी कड़े कानून हैं.

अगर ऐसा किया तो मौत तक की सजा

बता दें, थाईलैंड दक्षिण-पूर्वी एशिया का एक देश है. जहां ड्रग्स को लेकर काफी सख्त कानून चलते हैं. आपको शायद ही ये मालूम होगा कि इस देश में ड्रग्स का सेवन करने और इस्तेमाल करने को लेकर मौत तक की सजा सुनाई जाती है, लेकिन अब यहां भांग की खेती को मंजूरी मिलने के बाद हर कोई हैरान है.

तारीख थी 8 जून 2022, जब इस देश की सरकार ने भांग की खेती को कानूनी मंजूरी दे दी. हालांकि इसके लिए कुछ शर्तें भी रखी गई हैं, कई सारे प्रतिबंध भी लगाए गए हैं. यहां की सरकार ने प्रतिबंधित नारकोटिक्स की सूची से मैरुआना को हटा दिया है. मतलब ये कि अब थाईलैंड में रहने वाले लोग अपने घरों में भी भांग की खेती कर सकते हैं.

भांग को लीगल करने की क्या है वजह?

पिछले वर्ष एक रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया था कि थाईलैंड ऐसा देश है, जहां की जेलों में कैपिसिटी से अधिक कैदी बंद हैं. अजीब बात ये है कि इन जेलों में तकरीबन 80 फीसदी ऐसे कैदी हैं, जो ड्रग्स से जुड़े मामले में पकड़े गए. इस रिपोर्ट के बाद वर्ष 2021 में ही सरकार ने ड्रग्स को लेकर नियमों में छूट देनी शुरू की.

नियमों में कई सारे बदलाव किए गए, ड्रग्स से जुड़े कई अपराधों को अलग-अलग कैटेगरी में बांट दिया गया, लेकिन इन सबके बावजूद कुछ खास फर्क नहीं पड़ा. वहीं इस देश में कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भांग के रिक्रिएशनल यूज को मंजूरी देने की मांग करने लगे.

क्या है रिक्रिएशनल यूज का मतलब?

इसका मतलब ये है कि भांग का सेवन या इस्तेमाल मेडिकल कंडीशन के अलावा मजा करने या निजी आनंद लेने के लिए भी किया जा सके. हालांकि थाईलैंड की सरकार ने भले ही भांग की खेती को मंजूरी दे दी हो, लेकिन अब भी रिक्रिएशनल यूज पर लगा प्रतिबंध बरकरार रखा गया है.

क्या है भांग की खेती के नियम?

- थाईलैंड के लोगों को सरकार ने अपने घर पर अधिकतम 6 भांग के पौधे लगाने की छूट दी है
- भांग की खेती के लिए लोगों को सरकार से इजाजत लेनी होगी
- कंपनियों को भी तय मात्रा में ही खेती की अनुमति होगी, इसके लिए उनके पास सरकारी परमिट होना चाहिए
- होटल और रेस्टोरेंट में भी भांग से बनने वाला खाना या ड्रिंक परोसे जा सकते हैं
- थाईलैंड के अस्पतालों में भी मरीजों के इलाज में भांग के इस्तेमाल को भी मंजूरी मिल गई है
- नए कानून के लागू होने के बाद यहां की जेलों में बंद 4 हजार से अधिक कैदियों को जल्द जेलों से रिहा किया जाएगा

लगभग 15 हजार करोड़ रुपये तक की आमदनी

वैसे तो ये सवाल है कि आखिर सरकार को थाईलैंड में भांग की खेती लीगल करने की जरूरत क्यों पड़ गई. सिर्फ जेल के कैदियों की संख्या तक की वजह नहीं है, बल्कि और भी कई सारे कारण हैं. सरकार को ऐसी उम्मीद है कि भांग को लीगल करने से हर साल तकरीबन 15 हजार करोड़ रुपये तक की आमदनी हो सकती है. यही वजह है कि थाईलैंड के कृषि मंत्रालय की ओर से करीब दस लाख भांग के पौधे फ्री में बांटने की योजना बनाई जा रही है.

अर्थव्यवस्था एक बड़ी वजह है, जिसके चलते थाईलैंड सरकार ने ये बड़ा फैसला लिया है. हाल ही में श्रीलंका की हालत पूरी दुनिया ने देखी है, ऐसे में थाईलैंड अपनी आर्थिक हालात सुधारने पर काम कर रहा है. इसके अलावा एक वजह टूरिज्म भी है, दुनियाभर के देशों में कोरोना काल के बाद पर्यटन काफी बाधित हुआ है. थाईलैंड की अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा इसपर टिका था.

बता दें, सरकार ने भांग की खेती भले ही लीगल कर दी हो, लेकिन नशाखोरी के लिए इसका इस्तेमाल करना अपराध की श्रेणी में ही आएगा. यदि कोई पकड़ा जाता है तो उसे तीन महीने तक की जेल हो सकती है या 60 हजार रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है. देखना होगा कि सरकार इन नियमों का पालन कराने में कितनी सफल हो पाती है.

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