एलियन वहां पहले से हो सकते हैं, अंतरिक्ष में मिला पृथ्वी का जुड़वा ग्रह, क्या रहने जाएंगे इंसान

अंतरिक्ष विशेषज्ञों ने ऐसे नए ग्रह की खोज की है, जो हूबहू पृथ्वी जैसा है. इस ग्रह का नाम है,  वुल्फ 1069 बी. यह धरती से 31 प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित है. यह खोजा गया नया ग्रह एक लाल बौने तारे की परिक्रमा करता है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 7, 2023, 10:20 AM IST
  • आकाशगंगा मिल्की वे के उत्तर की ओर स्थित है ग्रह
  • यह अंतरिक्ष में मौजूद छठा निकटतम पृथ्वी जैसा ग्रह है
एलियन वहां पहले से हो सकते हैं, अंतरिक्ष में मिला पृथ्वी का जुड़वा ग्रह, क्या रहने जाएंगे इंसान

लंदन: वैज्ञानिकों ने एक पृथ्वी जैसे ग्रह का पता लगाया है जो मनुष्यों के रहने योग्य हो सकता है. यह भी दावा किया गया है कि वहां एलियन भी हो सकती हैं. एक्सोप्लैनेट, जिसे वुल्फ 1069 बी के रूप में जाना जाता है, पृथ्वी से सिर्फ 31 प्रकाश वर्ष की दूरी पर एक लाल बौने तारे की परिक्रमा करता है.

कहां पर है नया ग्रह
यह हमारी आकाशगंगा मिल्की वे के उत्तर की ओर स्थित है. यह छठा निकटतम पृथ्वी जैसा ग्रह है. और यह एक विशेष रूप से दुर्लभ खोज है. तापमान 13 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है. यह तापमान ग्रह के उस तरफ पानी तरल रखेगा जो लाल बौने तारे का सामना करता है. दुनिया भर के 50 खगोलविदों के एक समूह ने इस नए एक्सोप्लैनेट के अस्तित्व की पुष्टि की है, जिसके बारे में उनका मानना है कि यह एक चट्टानी दुनिया हो सकती है.  यह पृथ्वी की तुलना में अपने सूर्य के बहुत करीब है.

कैसा है वुल्फ 1069 बी 
वुल्फ 1069 बी पृथ्वी के आकार का लगभग दोगुना है, सिग्नस तारामंडल में एक लाल बौने तारे की परिक्रमा करता है.एक्सोप्लैनेट अपने तारे के रहने योग्य क्षेत्र में है, जिसका अर्थ है कि यह एक पानी की दुनिया भी हो सकती है - हमारी पृथ्वी की तरह. वुल्फ 1069 बहुत कम विकिरण उत्सर्जित करता है.

"जब हमने स्टार वुल्फ 1069 के डेटा का विश्लेषण किया, तो हमने एक स्पष्ट, कम-आयाम संकेत की खोज की, जो मोटे तौर पर पृथ्वी के द्रव्यमान का एक ग्रह प्रतीत होता है," नए शोध पर एक खगोलशास्त्री और प्रमुख लेखक डायना कोसाकोव्स्की ने कहा.

अंतरिक्ष में कितनी पृथ्वी खोज पाएं हैं इंसान
खगोलविदों ने ब्रह्मांड में 5,200 से अधिक बहिर्ग्रहों की खोज की है, लेकिन उनमें से 200 से भी कम पृथ्वी की तरह चट्टानी और पहाड़ी हैं.और उनमें से सिर्फ एक दर्जन की सतह पर तरल पानी होने की संभावना है - जो हमारी दुनिया पर जीवन को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है. खगोलविदों का मानना है कि ग्रह पर जीवन के संकेतों की खोज के लिए प्रौद्योगिकी के पर्याप्त उन्नत होने से पहले उन्हें एक और दशक इंतजार करना होगा.

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