G20 में बेटी के साथ पहुंचीं बांग्लादेश की पीएम क्यों चर्चा में? जानें वजह

 हसीना जी-20 शिखर सम्मेलन के इतर दिल्ली में वर्चुअल रूप से आयोजित कार्यक्रमों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ त्रिपुरा और बांग्लादेश को जोड़ने वाले रेल संपर्क और रामपाल ऊर्जा संयंत्र की दूसरी इकाई का भी उद्घाटन करेंगी.   

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Sep 8, 2023, 07:42 PM IST
  • जानिए क्यों हो रही है चर्चा
  • कौन हैं शेख हसीना की बेटी
G20 में बेटी के साथ पहुंचीं बांग्लादेश की पीएम क्यों चर्चा में? जानें वजह

नई दिल्लीः बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की बेटी साइमा वाजिद भी जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अपनी मां की भारत यात्रा के दौरान उनके साथ आई हैं. पड़ोसी देश के अधिकारियों ने यह जानकारी दी है. वाजिद इस सप्ताह की शुरुआत में बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन के साथ इंडोनेशिया में आसियान शिखर सम्मेलन में भी गयी थीं जहां विश्व स्वास्थ्स संगठन (डब्ल्यूएचओ) में दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के क्षेत्रीय निदेशक पद के चुनाव के लिए उनकी उम्मीदवारी की सार्वजनिक घोषणा की गयी.

लगाई जा रही हैं ये अटकलें
इसके बाद दूसरे उच्च स्तरीय अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में वाजिद की उपस्थिति से यह अटकलें लगायी जा रही है कि वह सत्तारूढ़ आवामी लीग में बड़ी राजनीतिक भूमिका निभा सकती हैं. हसीना जी-20 शिखर सम्मेलन के इतर दिल्ली में वर्चुअल रूप से आयोजित कार्यक्रमों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ त्रिपुरा और बांग्लादेश को जोड़ने वाले रेल संपर्क और रामपाल ऊर्जा संयंत्र की दूसरी इकाई का भी उद्घाटन करेंगी. 

विदेश मंत्रालय ने की पुष्टि
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने पुष्टि करते हुए कहा, ‘‘जी-20 वार्ता के दौरान साइमा वाजिद भी दिल्ली में रहेंगी.’’ नयी दिल्ली में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन में दुनियाभर के ज्यादातर शीर्ष नेता भाग लेंगे. यह संभवत: पहली बार है कि निकट पड़ोसी और सहयोगी भारत की आधिकारिक यात्रा पर हसीना के साथ उनकी बेटी भी होंगी. विश्लेषकों का मानना है कि वाजिद की यह यात्रा कई मायनों में महत्वपूर्ण है. 

जानिए क्या कह रहे विशेषज्ञ
ऑटिज्म विशेषज्ञ वाजिद विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) में दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के क्षेत्रीय निदेशक के रूप में चुनाव लड़ रही हैं और वह क्षेत्र के 11 देशों में से एक भारत से अपने लिए समर्थन जुटाने की उम्मीद कर रही हैं. ऑटिज्म एक ऐसी स्थिति है जिससे पीड़ित व्यक्ति का दिमाग अन्य लोगों के दिमाग की तुलना में अलग तरीके से काम करता है. ऐसा माना जा रहा है कि देश के शीर्ष राजनयिकों ने आसियान देशों से वाजिद के चुनाव के लिए समर्थन मांगा. बांग्लादेश और नेपाल दोनों के साथ अपने संबंधों को अहमियत देने के कारण भारत के लिए यह फैसला मुश्किल हो सकता है. 

मॉरिशस के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और बांग्लादेश मामलों के विशेषज्ञ आईपीएस (सेवानिवृत्त) अधिकारी शांतनु मुखर्जी ने कहा, ‘‘वैश्विक बैठक में भाग लेने के लिए शेख हसीना की बेटी की भारत यात्रा काफी दिलचस्प है. एक अंतरराष्ट्रीय संगठन के लिए उनके नामांकन के अलावा यह देखना होगा कि क्या वह बांग्लादेश में एक बड़ी भूमिका निभाएंगी?’’

अंतरराष्ट्रीय संबंधों में विशेषज्ञ और उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर ओमप्रकाश मिश्रा ने कहा, ‘‘भारत बहुराष्ट्रीय मंचों पर अपने महत्वपूर्ण होते पड़ोसी (बांग्लादेश) का हमेशा समर्थन करता रहा है.’’ शेख हसीना ने अभी तक आवामी लीग के नेतृत्व के लिए संभावित उत्तराधिकारी का संकेत नहीं दिया है लेकिन एक समय कई लोग उनके बेटे साजीब अहमद वाजिद या जॉय वाजिद को संभावित उत्तराधिकारी के रूप में देखते थे. 

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