बताना तो पड़ेगा: रमज़ान में सीजफायर का फैसला गलत था?
चीख चीत्कार और आंसुओं का सैलाब...बदहवासी और दर्द में डूबा औरंगजेब का परिवार भी बेसब्री से ईद की बाट जोह रहा था. ढेरों ख्वाइशें थी...सैकड़ों अरमान थे. वतन की हिफाजत में जम्मू-कश्मीर के शोपियां में तैनात बेटा औरंगजेब घर आनेवाला था. ईद की रौनक दूनी होनेवाली थी लेकिन लाल की जगह घर पहुंची उसकी लाश. अल सुबह आतंकियों ने जांबाज राइफलमैन को अगवा कर लिया और उसकी जान ले ली.
- Zee Media Bureau
- Jun 16, 2018, 01:10 AM IST
चीख चीत्कार और आंसुओं का सैलाब...बदहवासी और दर्द में डूबा औरंगजेब का परिवार भी बेसब्री से ईद की बाट जोह रहा था. ढेरों ख्वाइशें थी...सैकड़ों अरमान थे. वतन की हिफाजत में जम्मू-कश्मीर के शोपियां में तैनात बेटा औरंगजेब घर आनेवाला था. ईद की रौनक दूनी होनेवाली थी लेकिन लाल की जगह घर पहुंची उसकी लाश. अल सुबह आतंकियों ने जांबाज राइफलमैन को अगवा कर लिया और उसकी जान ले ली.