बताना तो पड़ेगा : धर्म के नाम पर ब्लैकमेलिंग क्यों? (पार्ट- 2)

चार साल पहले जून के महीने में मेरठ का लिसाड़ी गांव सांप्रदायिक तनाव का शिकार हुआ था. लिसाड़ी गांव के सौ मुस्लिम परिवारों ने दीवारों पर पोस्टर चिपका कर ये मुनादी कर डाली है कि यहां मुस्लिमों का रहना मुहाल हो गया है, क्योंकि पुलिस मामूली विवाद में पूरे मोहल्ले को प्रताड़ित कर रही है. लेकिन विवाद की तह में जाने पर पता चलता है कि पूरा मामला सियासत से प्रभावित है.

  • Zee Media Bureau
  • Jun 29, 2018, 11:10 PM IST

चार साल पहले जून के महीने में मेरठ का लिसाड़ी गांव सांप्रदायिक तनाव का शिकार हुआ था. लिसाड़ी गांव के सौ मुस्लिम परिवारों ने दीवारों पर पोस्टर चिपका कर ये मुनादी कर डाली है कि यहां मुस्लिमों का रहना मुहाल हो गया है, क्योंकि पुलिस मामूली विवाद में पूरे मोहल्ले को प्रताड़ित कर रही है. लेकिन विवाद की तह में जाने पर पता चलता है कि पूरा मामला सियासत से प्रभावित है.