आज का एजेंडा: क्या धर्म देखकर आरोपी का फैसला होगा ?
चर्च, इसाई मिशनरी, और पादरी के पाप पर चर्चा क्यों नहीं होती. केरल के कोच्चि में ईश्वर के सामने अपने कर्मों के माफी मांगने आई महिला को चर्च के पादरियों ने ब्लैकमेल करना शुरू किया और फिर चर्च के 5 पादरियों ने महिला के साथ रेप किया. झारंखड के रांची में बच्चों की खरीद फरोख्त के आरोप में जिन लोगों की गिरफ्तारी हुई है. उनमें से दो ईसाई मिशनरी की नन है. जिन पर बड़ी संख्या में बच्चों की तस्करी का आरोप है. झारखंड के ही दुमका में पुलिस ने ईसाई मिशनरी से जुड़े 16 लोगों को धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार किया है.सवाल ये कि आखिर गॉड के घर में ऐसा अधर्म क्यों ? आरोप नंबर-1 कोच्चि के चर्च के पादरियों का महापाप ईश्वर से क्षमा मांगने आई महिला से ब्लैकमेलिंग चर्च के 5 पादरियों ने किया महिला से रेप लेकिन केरल के कोट्टायम के चर्च में जो हुआ वो ना सिर्फ हैरान करने वाला है बल्कि कई सवाल भी खड़े करता है. पुलिस ने 4 पादरियों के खिलाफ पुलिस ने रेप और छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया है, पुलिस को दिए बयान में महिला ने आरोप लगाया था कि पादरियों ने पहले उसे ब्लैकमेल किया और फिर इसके साथ रेप किया. महिला का गलती सिर्फ ये थी वो चर्च में ईश्वर के समक्ष पाप स्वीकार करने आई थी. पादरियों ने महिला की स्वीकारोक्ति का इस्तेमाल ब्लैकमेल करने के लिए किया. आरोप नंबर-2 रांची में बच्चों की तस्करी का खुलासा मदर टेरेसा संस्था की 2 नन गिरफ्तार 280 बच्चों का कोई अता-पता नहीं, चर्च और इसाई मिशनरियों के पाप का खुलासा यही नहीं रुकता. कोच्चि से लेकर रांची तक और दिल्ली से लेकर दमन तक पाप की ऐसी कई कहानियां है. झारंखड के रांची में बच्चों की तस्करी का सनसनीखेज मामला सामने आया है. मामले में मदर टेरेसा की संस्था मिशनरीज ऑफ चैरिटी की एक महिला कर्मचारी समेत 2 नन को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोप है कि उत्तर प्रदेश, केरल, पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों में बच्चों को बेचा गया है. घटना की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मिशनरीज ऑफ चैरिटी में रहने वाली पीड़िताओं से जन्मे और शिशु भवन में रखे गए 280 बच्चों का कोई अता-पता नहीं है. आरोप नंबर 3 दुमका में लालच और डर से धर्मांतरण 16 आरोपी गिरफ्तार, सभी को जेल भेजा, इसाई मिशनरियों और चर्च पर धर्मांतरण के आरोप कई बार लगे हैं. लालच, प्रलोभन, डर और दूसरे धर्म की आलोचना. ये वो हथियार है जिनका इस्तेमाल लोगों का धर्म बदलने के लिए किया जाता रहा है. झारखंड के दुमका में फूलपहाड़ी गांव से 16 लोगों को गिरफ्तार किया है. सभी 16 लोगों को गांव वालों ने बंधक बना रखा था..गांव वालों का आरोप है कि ये लोग लालच और डर के जरिए धर्म परिवर्तन करवाने की कोशिश कर रहे थे.
- Zee Media Bureau
- Jul 8, 2018, 04:10 PM IST
चर्च, इसाई मिशनरी, और पादरी के पाप पर चर्चा क्यों नहीं होती. केरल के कोच्चि में ईश्वर के सामने अपने कर्मों के माफी मांगने आई महिला को चर्च के पादरियों ने ब्लैकमेल करना शुरू किया और फिर चर्च के 5 पादरियों ने महिला के साथ रेप किया. झारंखड के रांची में बच्चों की खरीद फरोख्त के आरोप में जिन लोगों की गिरफ्तारी हुई है. उनमें से दो ईसाई मिशनरी की नन है. जिन पर बड़ी संख्या में बच्चों की तस्करी का आरोप है. झारखंड के ही दुमका में पुलिस ने ईसाई मिशनरी से जुड़े 16 लोगों को धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार किया है.सवाल ये कि आखिर गॉड के घर में ऐसा अधर्म क्यों ? आरोप नंबर-1 कोच्चि के चर्च के पादरियों का महापाप ईश्वर से क्षमा मांगने आई महिला से ब्लैकमेलिंग चर्च के 5 पादरियों ने किया महिला से रेप लेकिन केरल के कोट्टायम के चर्च में जो हुआ वो ना सिर्फ हैरान करने वाला है बल्कि कई सवाल भी खड़े करता है. पुलिस ने 4 पादरियों के खिलाफ पुलिस ने रेप और छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया है, पुलिस को दिए बयान में महिला ने आरोप लगाया था कि पादरियों ने पहले उसे ब्लैकमेल किया और फिर इसके साथ रेप किया. महिला का गलती सिर्फ ये थी वो चर्च में ईश्वर के समक्ष पाप स्वीकार करने आई थी. पादरियों ने महिला की स्वीकारोक्ति का इस्तेमाल ब्लैकमेल करने के लिए किया. आरोप नंबर-2 रांची में बच्चों की तस्करी का खुलासा मदर टेरेसा संस्था की 2 नन गिरफ्तार 280 बच्चों का कोई अता-पता नहीं, चर्च और इसाई मिशनरियों के पाप का खुलासा यही नहीं रुकता. कोच्चि से लेकर रांची तक और दिल्ली से लेकर दमन तक पाप की ऐसी कई कहानियां है. झारंखड के रांची में बच्चों की तस्करी का सनसनीखेज मामला सामने आया है. मामले में मदर टेरेसा की संस्था मिशनरीज ऑफ चैरिटी की एक महिला कर्मचारी समेत 2 नन को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोप है कि उत्तर प्रदेश, केरल, पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों में बच्चों को बेचा गया है. घटना की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मिशनरीज ऑफ चैरिटी में रहने वाली पीड़िताओं से जन्मे और शिशु भवन में रखे गए 280 बच्चों का कोई अता-पता नहीं है. आरोप नंबर 3 दुमका में लालच और डर से धर्मांतरण 16 आरोपी गिरफ्तार, सभी को जेल भेजा, इसाई मिशनरियों और चर्च पर धर्मांतरण के आरोप कई बार लगे हैं. लालच, प्रलोभन, डर और दूसरे धर्म की आलोचना. ये वो हथियार है जिनका इस्तेमाल लोगों का धर्म बदलने के लिए किया जाता रहा है. झारखंड के दुमका में फूलपहाड़ी गांव से 16 लोगों को गिरफ्तार किया है. सभी 16 लोगों को गांव वालों ने बंधक बना रखा था..गांव वालों का आरोप है कि ये लोग लालच और डर के जरिए धर्म परिवर्तन करवाने की कोशिश कर रहे थे.