नई दिल्ली: World Habitat Day: हर साल अक्टूबर के पहले सोमवार को विश्व पर्यावास दिवस मनाया जाता है. इस साल 7 अक्टूबर को मनाया जा रहा है. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने पहली बार साल 1985 में वर्ल्ड हैबिटेट डे मनाने की घोषणा की थी. साल 1986 से अक्टूबर के पहले सोमवार को हर साल इस दिवस के रूप में मनाया जा रहा है.
क्यों मनाया जाता है?
रोटी, कपड़ा और मकान मनुष्य की मूलभूत जरूरत की चीजें हैं. लेकिन इस धरती पर रहने वाली एक बड़ी आबादी के पास रहने के लिए घर नहीं है.लोग रोजगार, शिक्षा और अच्छे जीवन जीने के लिए गांव से शहरों और कस्बों की तरफ पलायन करते हैं. लेकिन वहां जाने के बाद उनके सामने सबसे बड़ी समस्या वहां रुकने के लिए आवास की हो जाती है.
इतिहास
आज शहरों में भी बहुत सारे लोगों के पास रहने के लिए स्थायी आवास नहीं है. वे लोग अपनी रातें सड़कों और फुटपाथों पर काटते हैं. UN ने इन सभी समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करने के लिए, 1986 में विश्व पर्यावास दिवस मनाने की शुरुआत की गई थी. पहले वर्ष का थीम था "आश्रय मेरा अधिकार है". इसका उद्देश्य शहरों में बढ़ती जनसंख्या, आवासीय क्षेत्र और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारियों और समझ को बढ़ावा देना है.
2024 की थीम
विश्व पर्यावास दिवस हर साल नए थीम के साथ मनाया जाता है. इस साल की थीम "बेहतर शहरी भविष्य बनाने के लिए युवाओं को शामिल करना" है. पिछले साल 2023 की थीम "लचीली शहरी अर्थव्यवस्थाएं" थी. इस साल इसका का आयोजन मेक्सिको के क्वेरेटारो शहर में किया जा रहा है.
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