Vegetable Price Hike: आने वाले वक्त में महंगी हो सकती है सब्जियां, बढ़ सकते हैं आलू-टमाटर के दाम

कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई 2022 को समाप्त फसल वर्ष के दौरान आलू टमाटर के उत्पादन में गिरावट का अनुमान है. कृषि मंत्रालय ने बताया कि इन सब्जियों में 4-5 फीसदी तक की कमी आ सकती है. जिस वजह से आलू और टमाटर की कीमतें बढ़ने का अनुमान है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Oct 27, 2022, 09:35 PM IST
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  • आने वाले वक्त में बढ़ सकते हैं आलू-टमाटर के दाम
Vegetable Price Hike: आने वाले वक्त में महंगी हो सकती है सब्जियां, बढ़ सकते हैं आलू-टमाटर के दाम

नई दिल्ली: आने वाले दिनों में आम आदमी को सब्जियों की महंगी कीमतों का झटका झेलना पड़ सकता है. खास तौर पर आलू और टमाटर की कीमतें तेजी से बढ़ सकती हैं. दरअसल कृषि मंत्रालय की तरफ से आंकड़ा जारी किया गया है. जिसके मुताबिक आलू और टमाटर की उत्पादन में गिरावट आने का अनुमान है. 

आलू और टमाटर की कीमतों में कमी आने का अनुमान

कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई 2022 को समाप्त फसल वर्ष के दौरान आलू टमाटर के उत्पादन में गिरावट का अनुमान है. कृषि मंत्रालय ने बताया कि इन सब्जियों में 4-5 फीसदी तक की कमी आ सकती है. जबकि प्याज का उत्पादन पिछले वर्ष की तुलना में अधिक रहा है. बागवानी फसलों के उत्पादन का तीसरा अग्रिम अनुमान जारी करते हुए, मंत्रालय ने कहा कि आलू का उत्पादन 2021-22 में पांच फीसदी की कमी के साथ 53.30 मिलियन टन रहने का अनुमान है. यह पिछले वर्ष 56.17 मिलियन टन था.

इसी तरह, टमाटर का उत्पादन चार प्रतिशत घटकर 20.33 मिलियन टन रहने का अनुमान है, जबकि पिछले साल यह 21.18 मिलियन टन था. हालांकि, फसल वर्ष 2021-22 के दौरान प्याज का उत्पादन 31.27 मिलियन टन अधिक होने का अनुमान है, जबकि पिछले वर्ष यह 26.64 मिलियन टन था.

सब्जियों और फलों के उत्पादन में आ सकती है तेजी

कृषि मंत्रालय के मुताबिक कुल सब्जियों का उत्पादन उक्त अवधि में 200.45 मिलियन टन की तुलना में 204.84 मिलियन टन अधिक होने का अनुमान है. वहीं फसल वर्ष 2021-22 के दौरान फलों का उत्पादन भी बढ़कर 107.24 मिलियन टन होने का अनुमान है, जबकि पिछले वर्ष 102.48 मिलियन टन था.

कृषि मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि 2021-22 में कुल बागवानी फसलों का उत्पादन 2.31 प्रतिशत बढ़कर 342.33 मिलियन टन होने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष 334.60 मिलियन टन था. सरकार पौधों की वृद्धि और कटाई के विभिन्न चरणों में उत्पादन अनुमान जारी करती है. अंतिम अनुमान से पहले कुल चार अनुमान जारी किए जाते हैं.

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