नई दिल्लीः स्वीडन की कंपनी ट्रूकॉलर (Truecaller) एक ऐसे ऐप का संचालन करती है, जिससे अनजान नंबर से आने वाली कॉल किसने की है, इसके बारे में पता चलता है. यानी कॉलर के बारे में जानकारी मिलती है.
वहीं, अब कंपनी ने कहा कि वह डेटा सुरक्षा के सिद्धांतों का पालन करती है और भारत के साथ ही अन्य देशों में इसके बारे में नियमों का पूरी तरह समर्थन करती है.
'डेटा की गोपनीयता का रखते हैं ध्यान'
ट्रूकॉलर के भारत में मुख्य उत्पाद अधिकारी और प्रबंध निदेशक ऋषि झुनझुनवाला ने बताया कि डेटा स्थानीयकरण और डेटा न्यूनीकरण पर कंपनी की सक्रिय कार्रवाई न सिर्फ शब्दों में बल्कि कार्यों में भी दिखाई देती है. झुनझुनवाला ने कहा, ‘मेरा मानना है कि हम डेटा गोपनीयता और अपने उपयोगकर्ताओं के लिए डेटा सुरक्षा के ध्वजवाहक हैं.’
'कंपनी ने कायम किया बेहतर संवाद'
उन्होंने कहा कि कंपनी ‘स्वेच्छा से’ डेटा स्थानीयकरण पर तेजी से आगे बढ़ी और उपयोगकर्ता के लिए नियमों और शर्तों तथा गोपनीयता नीति के विशाल पन्नों के पीछे ‘छिपी’ नहीं है. झुनझुनवाला ने कहा, ‘हमने पिछले कुछ वर्षों में बेहतर संवाद कायम किया और ट्रूकॉलर के बारे में बहुत सी गलतफहमियों को ठीक किया है. मुझे लगता है कि धारणा अब पहले की तुलना में बदल गई है.’
सरकार की ओर से डेटा संरक्षण विधेयक के मसौदे को हाल ही में वापस लेने और इसे एक नए नियमन के रूप में व्यापक ढांचे के साथ बदलने की योजना पर उन्होंने कहा कि कंपनी भारत और अपने संचालन के अन्य सभी क्षेत्रों में डेटा संरक्षण नियमों का समर्थन करती है.
'नए विधेयक का करेंगे पालन'
उन्होंने कहा, ‘भारत ने डेटा सुरक्षा विधेयक वापस ले लिया है और खबरों के मुताबिक एक नया विधेयक जल्द ही तैयार हो जाएगा. हमने कई साल पहले भारतीय उपयोगकर्ताओं के डेटा का 100 प्रतिशत स्थानीयकरण कर लिया है और हम अपने उपयोगकर्ताओं को सर्वोत्तम गोपनीयता सुविधाएं और स्पैम सुरक्षा देने के लिए नए विधेयक के अन्य प्रावधानों का पालन करेंगे.’
बता दें कि ट्रूकॉलर कंपनी विश्व स्तर पर लगभग 350 लोगों को रोजगार देती है और इनमें से ज्यादातर भारतीय हैं.
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