नई दिल्ली: Starbucks Logo Facts : दुनियाभर में सबसे ज्यादा फेमस और महंगा कॉफी ब्रांड स्टारबक्स है. इस कंपनी की कॉफी का दीवानी रहीस से रहीस आदमी है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 84 देशों में इस कॉफी ब्रांड के 34,640 स्टोर हैं. स्टारबक्स मर्चेंडाइज को भी काफी पसंद किया जाता है. पर इससे जुड़ी एक ऐसी चीज है जिसे लोग देखते तो रोज हैं, पर उसके बारे में जानते कम हैं. कंपनी का लोगो..., तो क्या इसके पीछे की कहानी आइए आपको बताते हैं. स्टारबक्स के लोगो का संबंध ग्रीक माइथोलॉजी से है. इस पर बनी ये लड़की कोई आम लड़की की नहीं है.
कौन है लोगो में छपी हुई लड़की?
स्टारबक्स के लोगो में कोई लड़की नहीं बल्कि एक जलपरी बनी है. क्या हुआ झटका लगा....ये 100 आने सच बाते है. ये कलाकृति जलपरी की है जिसे साइरन कहते हैं. अगर आप ध्यान से स्टारबक्स के कुछ लोगो देखेंगी तो ये डबल टेल वाली जलपरी है. पहले ये एक सीपोर्ट यानी बंदरगाह से जुड़ी हुई एक कंपनी थी. समय के साथ इसमें काफी बदलाव हुआ है.
ये है लोगो का इतिहास
1971 में स्टारबक्स की पहली दुकान सिएटल शहर के बंदरगाह पर खोली गई थी. तब इसका नाम पिक्वोड (Pequod) रखा गया था, जो एक जहाज से पर आधारित था. समय निकलता गया, पर ये नाम ज्यादा फेमस नहीं हो पाया , जिसके बाद फिर इसका नाम स्टारबक्स रखा गया. इसमें एक एक्स्ट्रा S शिप के चीफ ऑफिसर के नाम पर लगाया गया था. बंदरगाह पर दुकान होने के कारण लोगो को नेवल थीम पर बेस्ड बनाया गया, जिसके लिए जलपरी को लोगो के लिए चुना गया.
ग्रीक माइथोलॉजी से खास नाता
ग्रीक माइथोलॉजी में साइरेन्स को बहुत माना जाता है. कहानियों के अनुसार नाविकों को जलपरियों की आवाज ही अपनी ओर आकर्षित करती थीं और जलपरियां उन्हें अपने आईलैंड पर ले जाया करती थीं. स्टारबक्स के मालिक ने भी इसे आकर्षण के लिए अपनी कंपनी से जोड़ लिया.
सबसे पहला लोगो कॉफी ब्राउन रंग का बनाया गया था, उसमें जलपरी का डिजाइन के साथ कॉफी, चाय और कंपनी के और भी प्रॉडेक्ट के नाम लिखे हुए थे, ताकि सभी को पता चल जाए की कंपनी क्या प्रॉडेक्ट उपलब्ध कराती है.
कई बार लोगो में हुए बदलाव
1987 में इस कंपनी को अमेरिकी बिजनेसमैन हावर्ड शल्ट्ज़ ने खरीद लिया था. उन्होंने एक अमेरिकन आर्टिस्ट और ग्राफिक डिजाइनर से लोगो को दुबार से नया रूप दिलाया. जिसके बाद इसका रंग ब्राउन से ग्रीन कर दिया गया. जलपरी के ब्रेस्ट को बालों से कवर कर दिया गया और चाय, कॉफी जैसे शब्द हटाकर कवर में स्टारबक्स कॉफी लिख दिया गया. 1992 में एक बार फिर से ओरिजनल लोगो में बदलाव हुआ. इस बार जलपरी के चेहरे को जूम किया गया.
2008 में कंपनी की 40वीं एनिवर्सरी से पहले तीसरी बार लोगों में चेंजिज हुए. इसबार लोगो का रंग ब्लैक किया गया, जो किसी को पसंद नहीं आया और फिर इसे ग्रीन कर दिया गया. 2011 में चौथी बार लोगो को बदलाव आए. अब लोग स्टारबक्स को पहचानते थे, यह एक ब्रांड बन चुका था, जिसके बाद कवर से इसका नाम हटा दिया गया था. जलपरी को प्रिंसेज लुक दिया गया था और उसके बालों के ऊपर एक क्राउन भी लगा दिया गया था.
इसे भी पढ़ें: 'ये रिश्ता क्या कहलाता है' फेम एक्ट्रेस को हुई गंभीर बीमारी, जा सकती है आवाज
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.