FIFA World Cup 2022: फुटबॉल के खेल के नियम क्या है? जानिए येलो और रेड कार्ड का मतलब

FIFA World Cup 2022: फीफा वर्ल्ड कप का इंतजार कर रहे फुटबाल प्रेमियों का सब्र अब खत्म होने वाला है. दुनिया के सबसे बड़े स्पोर्ट्स इवेंट में से एक फीफा वर्ल्ड कप 2022 का आगाज रविवार यानी 20 नवंबर को कतर में होने जा रहा है. यह लगभग एक महीने तक चलेगा. ऐसे में जानिए फुटबॉल के खेल से जुड़े नियमः

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Nov 19, 2022, 08:23 PM IST
  • टूर्नामेंट में खेले जाएंगे 64 मैच
  • फुटबॉल में होते हैं 11 खिलाड़ी
FIFA World Cup 2022: फुटबॉल के खेल के नियम क्या है? जानिए येलो और रेड कार्ड का मतलब

नई दिल्लीः FIFA World Cup 2022: फीफा वर्ल्ड कप का इंतजार कर रहे फुटबाल प्रेमियों का सब्र अब खत्म होने वाला है. दुनिया के सबसे बड़े स्पोर्ट्स इवेंट में से एक फीफा वर्ल्ड कप 2022 का आगाज रविवार यानी 20 नवंबर को कतर में होने जा रहा है. यह लगभग एक महीने तक चलेगा. कतर में आयोजित इस टूर्नामेंट में 32 टीमें शिरकत करेंगी. इन 32 टीमों को चार-चार के कुल आठ ग्रुपों में बांटा गया है.

टूर्नामेंट में खेले जाएंगे 64 मैच
पूरे टूर्नामेंट के दौरान कुल 64 मैच खेले जाएंगे. वहीं, टूर्नामेंट का शुरुआती मैच 20 नवंबर को मेजबान कतर और इक्वाडोर के बीच खेला जाएगा, जबकि फाइनल मुकाबला 18 दिसंबर को खेला जाएगा. इस बीच कई सारे लोगे ऐसे हैं, जिन्हें फुटबाल में रुचि तो है, लेकिन वे इसके नियम नहीं जानते हैं. हम बता रहे हैं फुटबॉल से जुड़े नियमः

फुटबॉल में होते हैं 11 खिलाड़ी
फुटबॉल का खेल सामान्यतः 11 खिलाड़ियों को खेलने की इजाजत देता है. खेल में शामिल दोनों टीमें अपने गोल पोस्ट की रक्षा करती हैं और विरोधी टीम बार-बार गोलपोस्ट में गोल करने की कोशिश करती है. फुटबॉल का एक मैच 90 मिनट का खेला जाता है और इस समय को 45 मिनट के दो हाफ में बांटा जाता है. हालांकि, तय समय सीमा के इतर कुल 90 मिनट के खेल में अतिरिक्त समय खिलाड़ी के चोटिल होने और अन्य कारणों के लिए भी दिया जाता है.

ऐसे शुरू होता है फुटबॉल
खेल का पहली बार शुरू होना और दोबारा शुरू होना मैच की दो अहम कड़ी हैं. खेल शुरू होने का फैसला टॉस के आधार पर होता है. इसमें टॉस जीतने वाली टीम के कप्तान फैसला लेते हैं कि उनकी टीम गोल पोस्ट पर अटैक करेगी या बॉल को किक ऑफ मारना चाहेगी.

खेल में प्रत्येक गोल के बाद बॉल को सेंटर लाइन पर रखा जाता है और फिर खेल शुरू किया जाता है. अगर कोई टीम गोल करती है तो विरोधी टीम को बॉल किक ऑफ करने का मौका दिया जाता है. इसी तरह हाफ टाइम के बाद भी सेंटर लाइन से ही खेल दोबारा शुरू होता है.

रेफरी की भूमिका होती है अहम
फुटबॉल में रेफरी की भूमिका बहुत अहम होती है. खेल में अगर कोई खिलाड़ी रेफरी के फैसले पर अंगुली उठाता है तो उस पर करवाई की जा सकती है.

मैच में सहायक रेफरी का काम रेफरी की मदद करना होता है. बॉल के मैदान से बाहर जाने पर या किसी खिलाड़ी के फाउल मारने पर या फिर ऑफसाइड पोजिशन होने पर फ्लैग दिखाने का काम सहायक रेफरी करता है.

ऐसा होना चाहिए खेल का मैदान
फुटबॉल मैदान की लंबाई 100-110 मीटर होती है तो चौड़ाई 64-75 मीटर होती है.

स्ट्राइकर निभाते हैं अहम किरदार
मैच में स्ट्राइकर का मुख्य काम गोल मारना होता है. डिफेंडर्स गेंद को गोल पोस्ट तक जाने से रोकते हैं. मिडफील्डर्स विपक्षियों से बॉल छीन कर अपने आगे खेलने वाले खिलाड़ी को पास करते हैं. वहीं, खेल में मौजूद गोलकीपर गेंद को गोल में आने से रोकता है, लेकिन एक गोल कीपर अपने सामने के पेनल्टी एरिया तक ही गेंद को रोक सकता है.

रेफरी होता है सर्वेसर्वा
खेल में जब कोई गलत आचरण अपनाता है तो उसे रेफरी की ओर सजा के तौर पर येलो कार्ड दिखाकर बाहर भेज दिया जाता है. कई बार खिलाड़ियों को चेतावनी देकर रोक दिया जाता है और चेतावनी के बाद भी खिलाड़ी नहीं मानता है तो उसे दो बार येलो कार्ड देकर बाहर निकाल दिया जाता है. खेल में दो बार येलो कार्ड देने का मतलब लाल कार्ड माना जाता है. वहीं, जब खेल से प्लेयर को बाहर निकाल दिया जाता है तो फिर उसके बदले किसी और खिलाड़ी को शामिल नहीं किया जा सकता है.

क्या होता है ड्रॉप-बॉल
खेल को जब रेफरी द्वारा किसी और वजह से रोक दिया जाता है. जैसे- प्लेयर को चोट लगने पर या बॉल के खराब हो जाने पर तो इस घटना को ड्रॉप-बॉल कहा जाता है. 

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