नई दिल्लीः आस्ट्रेलियाई क्रिकेटर डेविड वॉर्नर ने शनिवार को अपने घरेलू मैदान एससीजी पर पाकिस्तान के खिलाफ तीसरे और अंतिम टेस्ट में 75 गेंद में 57 रन बनाकर अपने शानदार करियर का अंत किया. आस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान पर आठ विकेट की जीत से श्रृंखला में 3-0 से क्लीन स्वीप किया. वॉर्नर जानते हैं कि वह ‘हर किसी के पसंदीदा’ नहीं रहे हैं और उनका कहना है कि अगर उन्हें यह सब फिर से शुरू करना होता तो वह शायद थोड़ा और धैर्य दिखाते.
जानें क्या बोले वार्नर
वॉर्नर ने कहा, ‘‘इतने वर्षों में, मैं हर किसी का पसंदीदा खिलाड़ी नहीं रहा हूं. लेकिन मैंने जितना हो सके उतना अच्छा खेल खेला और टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश की. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर मेरे पास फिर से यही समय होता और मुझे यह पता होता, तो मैं शायद थोड़ा और धैर्य दिखाता. ’’ वॉर्नर को आक्रामक खिलाड़ी के तौर पर देखा जाता है जो हमेशा छींटाकशी के लिए तैयार रहता.
विवादों में रहा है वार्नर का करियर
हमेशा प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ियों से शब्दों की जंग में शामिल रहते जो विशेषकर उनके करियर के शुरूआती हिस्से में हुआ. वह दक्षिण अफ्रीका में 2018 में गेंद से छेड़छाड़ विवाद का भी केंद्र में रहे थे जिसके लिए उन पर प्रथम श्रेणी क्रिकेट से एक साल का निलंबन लगा और आस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी से उन्हें आजीवन प्रतिबंध झेलना पड़ा.
कहा- शराब पीना बंद किया
उन्होंने कहा, ‘‘जब मैंने शुरूआत की थी तो टीम में मेरी भूमिका यही थी कि प्रतिद्वंद्वी टीम को उकसाऊं. पर ये शुरूआती दिन थे और पहली धारणा को बदलने का दूसरा मौका नहीं मिलता. लेकिन मैंने वह भरोसा फिर से बनाने की कोशिश की है. ’’ वॉर्नर ने कहा कि वह बाद के वर्षों में शीर्ष स्तर के क्रिकेट में अपने रवैये में बदलाव करने में सफल रहे जिसमें उन्होंने शराब पीना भी बंद कर दिया. उन्होंने कहा, ‘‘मैं जुनून से खेल रहा था और मैं थोड़ा शांत हो गया हूं और असल में मैं ऐसा ही हूं. ’’ वॉर्नर ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि खेल भी बहुत बदल गया है. आप कई खिलाड़ियों के साथ और खिलाफ खेल रहे हो. आपको आक्रामक होने की कोई जरूरत नहीं है, ऐसा करने के अन्य तरीके भी हैं. ’’
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