देहरादूनः अनलॉक-2 की शुरुआत होने के साथ केंद्र सरकार की ओर से कई क्षेत्रों में ढील बढ़ाई गई है. इसी के तहत धार्मिक स्थल भी खोले गए हैं. 1 जुलाई से चारधाम यात्रा की शुरुआत कर दी गई है. हालांकि अभी इस यात्रा की शुरुआत कई शर्तों के साथ की गई है. कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए इस बार चारधाम यात्रा के लिए कई नियम बनाए गए हैं.
सिर्फ उत्तराखंड के लोग ही करेंगे यात्रा
जानकारी के मुताबिक यह यात्रा केवल उत्तराखंड के लोगों के लिए ही है. अभी बाहरी राज्यों के श्रद्धालुओं को आने की अनुमति नहीं है. इसके अलावा बाहरी राज्यों से आने वाले उत्तराखंड निवासी अगर यात्रा के लिए आ रहे हैं तो उन्हें क्वारंटाइन की प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही चारधाम की यात्रा की अनुमति मिलेगी.
Chardham Yatra started from today for residents of Uttarakhand. On the first day, Uttarakhand Devasthanam Management Board issued 422 e-passes for devotees;154 e-passes issued for Badrinath Temple, 165 for Kedarnath Temple, 55 for Gangotri Temple & 48 for Yamunotri Temple. pic.twitter.com/Ku1DPLNMr2
— ANI (@ANI) July 1, 2020
सीमित की गई संख्या
यात्रा के लिए बनाए गए नियमों के मुताबिक संक्रमण को देखते हुए चारधाम यात्रा में भीड़ नहीं जुटेगी. श्रद्धालुओं की संख्या भी सीमित रखी जाएगी. बद्रीनाथ में 1200, केदारनाथ में 800, गंगोत्री में 600 और यमुनोत्री में 400 लोग ही एक दिन में दर्शन कर सकेंगे. कंटेनमेंट जोन में रहने वाले लोगों को किसी भी धाम में जाने की अनुमति नहीं होगी. यात्रियों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ाई जाएगी.
भीड़ न लगे इसलिए समय भी तय किया गया है. श्रद्धालु सुबह सात से शाम के सात बजे तक दर्शन कर पाएंगे. चारधाम के यात्रियों को पुजारी के पास जाना प्रतिबंधित होगा.
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