लखनऊः उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां अब तेज होने लगी हैं. इसी बीच समाजवादी पार्टी में बसपा के तीन नेता विनय शंकर तिवारी, कुशल तिवारी और गणेश शंकर पांडे पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए.
हरिशंकर के परिवार से हैं तीनों
विनय शंकर तिवारी और कुशाल तिवारी, पूर्व मंत्री हरि शंकर तिवारी के बेटे हैं, जो पूर्वी उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े ब्राह्मण नेताओं में से एक हैं. गणेश शंकर पांडे हरि शंकर तिवारी के भतीजे और यूपी विधान परिषद के पूर्व अध्यक्ष भी हैं.
साधेंगे ब्राह्मण वोट
समाजवादी पार्टी में शामिल होने के साथ, अखिलेश यादव को ब्राह्मण समर्थन से लाभ होना तय है, क्योंकि ठाकुर-ब्राह्मण शत्रुता इस क्षेत्र में अधिक स्पष्ट है. इस बीच, संत कबीर नगर से भाजपा विधायक दिग्विजय नारायण चौबे भी रविवार को सपा में शामिल हो गए.
सपा सरकार बनने से कोई रोक नहीं सकता
नेताओं का अपनी पार्टी में स्वागत करते हुए अखिलेश ने कहा कि अब समाजवादी पार्टी को सरकार बनाने से कोई रोक नहीं सकता है. उन्होंने कहा, "सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा बोले जा रहे झूठ को लोगों ने देखा है और वे पूरी तरह से बेनकाब हो गए हैं. इन नेताओं के शामिल होने से पार्टी और मजबूत होगी और यह भी साबित होगा कि लोगों का हम पर विश्वास है.
बता दें कि विधायक विनय शंकर तिवारी ने हाल ही में कहा था कि 'एक वर्ग विशेष के अधिकारी ही सरकार में रखे जा रहे हैं. ब्राह्मणों के ऊपर लगातार अत्याचार हो रहा है इस सरकार में. आज की तारीख में ब्राह्मण सपा को बेहतर विकल्प मान रहा है. मैंने समाज के लोगों से बातचीत कर सपा में शामिल होने का फ़ैसला लिया है.
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