पटना: राष्ट्रीय जनता दल को बिहार में विधानसभा चुनाव के ठीक पहले बड़ा झटका लगा है. हाल ही में उसके पांच विधानपरिषद सदस्य इस्तीफा दे चुके हैं. कई वरिष्ठ नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व पर अविश्वास जता चुके हैं. बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के उपाध्यक्ष विजेंद्र यादव ने पार्टी और पद दोनों से इस्तीफा दे दिया है.
पार्टी में परिवारवाद के आगे वरिष्ठ नेताओं की इज्जत नहीं
विजेंद्र यादव ने पार्टी नेतृत्व पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि परिवारवाद के आगे वरिष्ठ नेताओं को सम्मान नहीं दिया जाता. पिछले 10 साल से दरकिनार किया जा रहा था. लालू जी हमारे नेता रहे हैं और आगे भी रहेंगे लेकिन इस पार्टी में पुराने नेताओं को नजरअंदाज किया जा रहा है.
ये भी पढ़ें- पीएम के मन की बात: जो भारत को आंख दिखायेगा, उसे करारा जवाब मिलेगा
विजेंद्र यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि नए नेता चुनाव लड़ने में लगे हुए हैं. जिले में कई कार्यक्रम हुए, जिनमें मुझे बोलने का मौका तक नहीं दिया गया, जबकि मैं मंच पर मौजूद रहा.
30 सालों से राजद के साथ
आपको बता दें कि राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष विजेंद्र यादव 30 सालों से राजद में हैं और एक समय यादव होने के कारण उन्हें लालू यादव का सबसे करीबी नेता माना जाता था.
ये भी पढ़ें- भारत को डरा रहा है कोरोना: 24 घंटे में अबतक की सबसे ऊंची छलांग, करीब 20 हजार नये केस
विजेंद्र यादव ने कहा कि पार्टी में पुराने नेताओं को इज्जत नहीं मिल रही है. मैं 1984 से सक्रिय राजनीति में हूं. मैंने सोचा कि लालू जी के साथ जिस प्रकार की राजनीति मैंने शुरू की, उसे उसी ढंग से समाप्त करूंगा, लेकिन आरजेडी नहीं चाहती कि मैं अपनी राजनीति उसके साथ जारी रखूं.