नई दिल्ली: महाराष्ट्र में सियासी बवंडर के बीच शिवसेना ने अपने सीएम उद्धव ठाकरे की कुर्सी बचा लेने का दावा किया है. जानकारी ये सामने आई है कि महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे और राहुल गांधी की फोन पर बात हुई है.
उद्धव-राहुल की फोन पर क्या बात हुई?
शिवसेना का दावा है कि महाराष्ट्र में उनके और कांग्रेस के बीच सबकुछ All is Well है. हालांकि, इस दावे में कितनी सच्चाई है ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा. लेकिन शिवसेना यही दुहाई दे रही है कि कांग्रेस महाराष्ट्र सरकार के साथ है.
राहुल गांधी ने समर्थन का भरोसा दिया
महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना संक्रमण और विपक्ष के राष्ट्रपति शासन के मांग के बीच सियासी हलचल तेज़ हो गई है. सीएम उद्धव ठाकरे की अहम बैठक है. जिसमें गठबंधन की तीनों पार्टियां शामिल हो सकती हैं. इसके अलावा राहुल गांधी की उद्धव ठाकरे से फोन पर बातचीत हुई है जिसमें राहुल ने समर्थन का भरोसा दिया है.
महाराष्ट्र के बखेड़े पर राहुल ने मारा यू-टर्न
उधर महाराष्ट्र में फ़ैसले लेने वाले बयान पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सफाई दी है. उन्होंने देर रात दूसरा वीडियो जारी कर सफाई दी है. कांग्रेस ने राहुल गांधी के बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया है. राहुल गांधी ने कल कहा था कि कांग्रेस सिर्फ उद्धव ठाकरे सरकार को सपोर्ट कर रही है. इस सरकार के लिए जा रहे फैसले में उसकी भूमिका नहीं जिसके बाद बीजेपी ने सवाल उठाए थे.
कोरोना काल में महाराष्ट्र में सियासत किस तेजी से बदल रही है. पहले बीजेपी नेता नारायण राणे ने राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी से मुलाकात की थी. शरद पवार और प्रफुल्ल पटेल भी राज्यपाल से मिले. हालांकि इन दोनों ने इसे औपचारिक मुलाकात करार दिया, लेकिन तस्वीरों में हलचल साफ देखी जा सकती है.
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जो पवार महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए मची जोड़ तोड़ के बीच भी मातोश्री नहीं गए. उन्होंने उद्धव ठाकरे से मातोश्री में करीब डेढ़ घंटे तक गुप्त मीटिंग की और अब उद्धव ठाकरे के सरकारी आवास पर महा विकास अघाड़ी की बैठक हुई. तो ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि क्या महाराष्ट्र में सत्ता का समीकरण बदलने लगा है.
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