लखनऊ: बलिया में सरकारी दुकान के आवंटन के मुद्दे पर हुई कहासुनी हिंसक हो गयी थी और इसमें भीषण गोलीबारी भी SDM और CO के सामने हुई थी. घटना के बाद से ही कानून व्यवस्था और अधिकारियों की कार्यशैली बड़े सवालों के घेरे में आ गयी थी. ऊपर से मामले में और अधिक उबाल सुरेंद्र सिंह ने ला दिया. उनकी आपत्तिजनक बयानबाजी से भाजपा और योगी सरकार की खूब किरकिरी हुई. इससे BJP का शीर्ष नेतृत्व बहुत नाराज है.
तलब किये गए बड़बोले विधायक सुरेंद्र सिंह
UP BJP Chief Swatantra Dev Singh summons party's MLA Surendra Singh (in file photo) over his statements in connection with Ballia incident.
A man had died after bullets were fired during a meeting for allotment of shops under government quota, in Durjanpur village of Ballia. pic.twitter.com/iTfGGtxcB2
— ANI UP (@ANINewsUP) October 18, 2020
सरकारी दुकान के आवंटन के दौरान गोली चलाने वाले आरोपी धीरेन्द्र सिंह के पक्ष आए विधायक सुरेन्द्र सिंह से बीजेपी शीर्ष नेतृत्व नाराज है. बताया जा रहा कि उन्हें लखनऊ बुलाया गया है. विधायक से पूरे मामले पर सवाल जवाब किया जा सकता है और अगर प्रदेश अध्यक्ष उनके जवाब से संतुष्ट नहीं हुए तो उनके खिलाफ कोई कठोर एक्शन भी लिया जा सकता है.
उल्लेखनीय है कि बलिया जिले के विधायक सुरेंद्र सिंह अक्सर अपने बयानों के लिए विवादों में रहते हैं.
हत्या के आरोपी की मदद कर रहे थे विधायक
गौरतलब है कि भाजपा विधायक सुरेन्द्र सिंह ने आरोपी धीरेन्द्र सिंह का खुलकर पक्ष लेते हुए अपनी ही सरकार की पुलिस पर प्रश्न खड़ा कर दिया. उन्होंने पुलिस की कार्रवाई को एकतरफा बताते हुए पूरे प्रकरण की जांच सीबीसीआईडी को सौंपने की मांग की है.
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आरोपी परिवार की मदद और जातीय बयानबाजी से प्रदेश अध्यक्ष नाराज
आपको बता दें कि भाजपा विधायक सुरेन्द्र सिंह आरोपी धीरेन्द्र सिंह के परिवार की महिलाओं और बच्चों को लेकर थाना पहुंच गए थे. विधायक का कहना था कि धीरेन्द्र के परिवार के लोग भी चोटिल हुए हैं इसलिए उनका भी एफआईआर लिखा जाए लेकिन पुलिस ने केस से पहले मेडिकल की बात कही तब विधायक पूरे परिवार के साथ सीएचसी गए लेकिन कोई डाक्टर नहीं मिला.
सुरेंद्र सिंह ने कहा था कि आरोपी क्षत्रिय हैं इसलिए मैं उनका साथ जरूर दूंगा क्योंकि अखिलेश सरकार यादवों का हर परिस्थिति में साथ देते थे. इस जातीय टिप्पणी से भाजपा की राज्य इकाई और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह नाराज हैं.