कर्नाटक चुनाव: कांग्रेस के दिग्गज नेता आरवी देशपांडे को जानिए, जो खड़गे को छोड़ सकते हैं पीछे

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में अब गिनती के दिन बचे हुए हैं. कर्नाटक में 10 मई को मतदान होगा और 13 मई को इसके नतीजे आएंगे. चुनाव से ठीक कुछ दिन पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आर. वी.

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में अब गिनती के दिन बचे हुए हैं. कर्नाटक में 10 मई को मतदान होगा और 13 मई को इसके नतीजे आएंगे. चुनाव से ठीक कुछ दिन पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आर. वी. देशपांडे ने कहा है कि यह उनका आखिरी चुनाव हो सकता है वह मुख्यमंत्री पद के लिए किसी प्रकार का संघर्ष करने में विश्वास नहीं रखते हैं. आर. वी. देशपांडे इस बार चुनाव जीतते है तो वह नौ बार एक जगह से विधायक बनने का एक नया रिकॉर्ड बना लेंगे.

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राज्य में कांग्रेस की तरफ से लगातार नौवीं बार चुनाव लड़ रहे आर. वी. देशपांडे कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ उम्मीदवार हैं. देशपांडे ने राज्य में सबसे अधिक विधानसभा चुनाव जीतने के कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है.

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देशपांडे पहले जनता दल में थे. साल 1999 में वह जनता परिवार से नाता तोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे. वह जनता दल के उम्मीदवार के रूप में चार बार विधानसभा के लिए चुने गए थे.  

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देशपांडे उत्तर कन्नड़ के हलियाल से 8 बार विधायक रहे हैं. वह अगर इस बार जीतते है तो सदन के लिए यह एक नया रिकॉर्ड होगा. नौ बार कोई भी नेता चुनाव नहीं जीता है. उन्होंने यह भी कहा कि यह उनका आखिरी चुनाव भी हो सकता है.  

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देशपांडे ने बताया कि वह किसी प्रकार की दौड़ में शामिल नहीं होना चाहते. मुख्यमंत्री पद की इच्छा हो सकती है, लेकिन आपको उसके लिए संघर्ष नहीं करना चाहिए. देशपांडे ने वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सिद्धारमैया और डी. के. शिवकुमार के बीच मुख्यमंत्री पद के लिए एक-दूसरे से संघर्ष की बात को इनकार किया हैं.

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देशपांडे अब तक रामकृष्ण हेगड़े से लेकर आठ मुख्यमंत्रियों के साथ काम कर चुके हैं. देशपांडे ने बेल्लारी में खनन माफिया के खिलाफ पदयात्रा का नेतृत्व किया था. कई विकास कार्यों का श्रेय भी देशपांडे को जाता है.