Cursed Rivers In India: भारत में नदियों को पवित्र माना जाता है, हालांकि इसके बावजूद हमारे देश में कुछ ऐसी नदियां हैं, जिन्हें श्रापित भी माना जाता है. लोग इन नदियों को छूने से भी डरते हैं.
नई दिल्ली: Cursed Rivers In India: भारत में नदियों का सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व माना जाता है. नदियों के किनारे ही किसी सभ्यता का जन्म होता है. प्राचीन समय में सभी गांव और शहर नदी किनारे ही बसते थे.आपने गंगा, यमुना,नर्मदा, सतलुज और कावेरी जैसी पवित्र नदियों के बारे में तो सुना होगा, लेकिन क्या आपने भारत की शापित नदियों के बारे में सुना है?
कर्मनाश नदी: यह नदी उत्तर प्रदेश और बिहार की सबसे प्रमुख नदियों में से एक है. इन दोनों राज्यों के लोगों का मानना है कि इस नदी को छूने से उनके बनते काम भी बिगड़ जाते हैं. लोगों का मानना है कि इस नदी का पानी शापित है इसलिए वे इसे छूने से बचते हैं.
चंबल नदी: मध्यप्रदेश की मुख्य नदी चंबल को भी भारत की शापित नदियों में से एक माना जाता है. लोग इस नदी को अपवित्र मानते हैं. माना जाता है कि एक समय पर यहां राजा रतिदेव ने सैकड़ों जानवरों को मारकर उनका खून नदी में बहा दिया था. इसके बाद से ही लोग इस नदी को शापित मानने लगे.
फल्गु नदी: बिहार के गया जिले में बहने वाली फल्गु नदी को भी शापित माना जाता है. जिले के लोगों का कहना है कि माता सीता ने इस नदी को श्राप दिया तभी से लोग इस नदी पर जाने से बचते हैं. वहीं लोग इस नदी के पानी को छूने से भी बचते हैं.
कोसी नदी: नेपाल से हिमालय निकलने वाली कोसी नदी सुपौल, पूर्णिया और कटिहार से बहती हुई ताजमहल के पास गंगा में मिल जाती है. इस नदी को शोक नदी भी कहा जाता है. कहा जाता है कि इस नदी में बाढ़ आते ही स्थानीय लोग प्रभावित होते हैं. वहीं कई लोगों की तो जान भी चले जाती है.
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