नई दिल्ली: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर एक रैली के दौरान जानलेवा हमला हुआ. ये हमला तब हुआ जब ट्रंप एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान घात लगाए एक स्नाइपर ने उनपर फायरिंग कर दी. गोली ट्रंप के कान को चीरती हुई निकली और वह हादसे में बाल-बाल बच गए. बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति और पूर्व राष्ट्रपति पर होने वाला यह कोई पहला हमला है. अमेरिका में राष्ट्रपतियों पर हमले की साजिश का काफी पुराना इतिहास रहा है.
साल 1835 में रिचर्ड लॉरेंस नाम के एक बेरोजगार पेंटर ने दो अलग-अलग पिस्तौल से राष्ट्रपति एंड्रयू जैक्सन की हत्या करने की कोशिश की, हालांकि उसकी दोनों ही कोशिशें विफल रहीं. वह अमेरिकी राष्ट्रपति की हत्या के प्रयास का आरोप लगाने वाला पहला व्यक्ति बन गया.
साल 1912 में जॉन फ्लेमिंद श्रैंक नाम के एक सैलूनकीपर ने मिल्वौकी, विस्कॉन्सिन में राष्ट्रपति रूजवेल्ट के सीने में गोली दाग दी थी. उस दौरान रूजवेल्ट अपने तीसरे कार्यकाल के लिए चुनाव प्रचार कर रहे थे, हालांकि वह इस हमले में बच गए थे. रूजवेल्ट ने गोली लगने के बाद भी अपनी स्पीच जारी रखी थी.
साल 1933 में एक बेरोजगार राजमिस्त्री ग्यूसेप जेंगारा ने फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट पर 5 गोलियां चलाई थीं. उस दौरान रूजवेल्ट एक भीड़ को संबोधित कर रहे थे. हत्या के इस प्रयास से वह बच गए थे. वह गोली उन्हें न लगकर शिकागो के मेयर एंटोन सरमेक समेत 5 अन्य लोगों को लगी थी.
साल 1950 में ऑस्कर कोलाजो और ग्रिसेलियो टोरेसोला नाम के प्यूर्टो रिकान स्वतंत्रता समर्थक कार्यकर्ताओं ने वॉशिंगटन डीसी के ब्लेयर हाउस में अमेरिका के 35वें राष्ट्रपति हैरी एस ट्रूमैन की हत्या का प्रयास किया था. हालांकि इस हमले में वह बच गए थे.
साल 1975 में कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो में लिनेट स्क्वीकी फ्रॉम ने राष्ट्रपति गेराल्ड को गोली से मारने का प्रयास किया था, हालांकि गोली चलाने से पहले ही सीक्रेट सर्विस एजेंटों ने उसे रोक लिया था. वहीं इसके कुछ हफ्तों बाद 22 सितंबर को एक दूसरी महिला सारा जेन मूर ने राष्ट्रपति को मारने की कोशिश की थी, लेकिन उसे भी सीक्रेट सर्विस एजेंटों ने रोक लिया था.
साल 1981 में जॉन हिंकले ने राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन और उनकी सिक्योरिटी टीम पर कई गोलियां चलाईं. इस दौरान राष्ट्रपति वॉशिंगटन डीसी में हिल्टन होटल से बाहर निकल रहे थे. इस हमले में रीगन की जान तो बच गई थी, लेकिन वह 12 दिन तक अस्पताल में भर्ती रहे थे.