राहुल गांधी को संसद में लौटते देखेंगे? सलमान खुर्शीद ने बताया कैसे

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने मंगलवार को कहा कि लोकसभा की सदस्यता से राहुल गांधी की अयोग्यता की स्थिति में विपक्षी एकता ने ‘एक इमारत खड़ी करने’ के लिए उपजाऊ जमीन मुहैया कराई है और अगर यह अधिक टिकाऊ सहयोग की शुरुआत है तो इसके लिए कीमत अदा की जा सकती है.

Written by - Akash Singh | Last Updated : Mar 28, 2023, 03:42 PM IST
  • जानिए क्या बोले सलमान खुर्शीद
  • राहुल गांधी की सदस्यता हुई है खत्म
राहुल गांधी को संसद में लौटते देखेंगे? सलमान खुर्शीद ने बताया कैसे

नई दिल्लीः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने मंगलवार को कहा कि लोकसभा की सदस्यता से राहुल गांधी की अयोग्यता की स्थिति में विपक्षी एकता ने ‘एक इमारत खड़ी करने’ के लिए उपजाऊ जमीन मुहैया कराई है और अगर यह अधिक टिकाऊ सहयोग की शुरुआत है तो इसके लिए कीमत अदा की जा सकती है. खुर्शीद ने यह भी कहा कि उन्हें विश्वास है कि राहुल गांधी कानूनी प्रक्रिया के माध्यम से बहुत जल्द संसद में वापस आएंगे. 

जानिए क्या बोले पूर्व कानून मंत्री
पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिये साक्षात्कार में कहा कि जनप्रतिनिधियों के अयोग्य करार दिये जाने से संबंधित कानून में बदलाव अवश्यंभावी हैं क्योंकि राजनीतिक प्रणाली की सफाई करने के लिए उठाये जाने वाले कदमों के पीछे कुछ छिपे हुए आयाम हैं और राहुल गांधी का मामला इसका ही एक उदाहरण लगता है. खुर्शीद ने कहा कि बोलने की आजादी की किस सीमा तक अनुमति होनी चाहिए और संसद के बाहर तथा अंदर जन प्रतिनिधियों को कितना लचीला होना चाहिए, इस सवाल पर अब विचार की जरूरत है. 

इंदिरा गांधी से की तुलना
उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी के अयोग्य करार दिये जाने का एक भावनात्मक पहलू है जो चार दशक से अधिक समय पहले पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के लोकसभा से अयोग्य करार दिये जाने के काफी हद तक समान है और इस पर जनता की प्रतिक्रियाएं आएंगी. कांग्रेस की संचालन समिति के सदस्य खुर्शीद ने कहा, ‘‘लेकिन यह हमें इस लड़ाई को दिन-रात लड़ने के इस कठिन कार्य से रोकने वाला नहीं है, जब तक कि हम अंततः केंद्र में भाजपा और उसकी सरकार को गिराने में सक्षम नहीं हो जाते.

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी के और उनकी दादी के संसद सदस्यता से अयोग्य करार दिये जाने में काफी कुछ समानताएं हैं, लेकिन तब से अब में काफी कुछ बदल गया है और जमीनी हकीकतों की अनदेखी नहीं की जा सकती, जबकि कई दल अनेक राज्यों में खुद को स्थापित कर रहे हैं. राहुल गांधी के अयोग्य करार दिये जाने के बाद विपक्षी दलों के एकजुट होने और कांग्रेस से सामान्य तौर पर दूरी रखने वाले तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी एवं भारत राष्ट्र समिति जैसे दलों के उसके समर्थन में आने के बारे में पूछे जाने पर खुर्शीद ने कहा, ‘‘यह बहुत उत्साहजनक है और हमें इस मुद्दे पर उनके सहयोग के लिए आभार प्रकट करने में कोई हिचक नहीं है.

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खुर्शीद के बयान ऐसे समय में आये हैं जब विपक्षी एकजुटता को लेकर एक बार फिर से आवाज उठने लगी है. कम से कम 18 विपक्षी दलों के नेताओं ने सोमवार को यहां कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर बैठक में भाग लिया और आरोप लगाया कि भाजपा नीत सरकार लोकतंत्र को बर्बाद कर रही है. उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ अपने अभियान को जारी रखने का भी फैसला किया सूरत की एक अदालत ने ‘‘मोदी उपनाम’’ संबंधी टिप्पणी को लेकर राहुल गांधी के खिलाफ 2019 में दर्ज आपराधिक मानहानि के एक मामले में उन्हें बृहस्पतिवार को दोषी ठहराते हुए दो साल कारावास की सजा सुनाई थी. सजा सुनाये जाने के मद्देनजर उन्हें शुक्रवार को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य करार दे दिया गया.

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