नई दिल्ली. पिछले कुछ दिनों से राजस्थान, मध्य प्रदेश और कर्नाटक जैसे राज्य पेट्रोल-डीजल की भारी किल्लत से जूझ रहे हैं. इसी बीच मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में भी पेट्रोल-डीजल की सप्लाई में भारी किल्लत आ सकती है.
दरअसल देश में कोरना महामारी के बाद बढ़ी औद्योगिक गतिविधियों के चलते देश में पेट्रोल और डीजल की किल्लत होनी शुरू हो गई है .भारत में रिफाइनरी क्षमता से ज्यादा मांग हो जाने की वजह से परिस्थितियां बिगड़ गई हैं. इनके एक से दो महीनों में पूरी तरह सुधरने के आसार हैं.
राजस्थान में नहीं मिल रहा पेट्रोल डीजल
पेट्रोल और डीजल की कमी का सबसे ज्यादा असर राजस्थान में देखने को मिल रहा है. राजस्थान के करीब 2 हजार से भी ज्यादा पेट्रोल पंपों पर तेल का सूखा पड़ा हुआ है. हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम द्वारा पेट्रोल पंपों को सप्लाई बाधित होने की वजह से पूरे राज्य में तेल का संकट देखा जा रहा है.
यूपी में भी दिखने लगा असर
इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश में भी तेल का संकट धीरे धीरे बढ़ रहा है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार तेल कंपनियों ने पेट्रोल पंपों के तेल आपूर्ति कोटे में कटौती कर दी है. इसका असर राजधानी लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में दिखने लगा है.
रविवार और शनिवार को एचपीसीएल के कुछ पेट्रोल पंपों पर बंदी जैसी स्थिति रही. वहीं बीपीसीएल के कुछ पंपों पर दो से तीन घंटे तेल नहीं मिला. हालांकि इन कंपनियों के क्षेत्रीय बिक्री अफसरों ने तेल संकट से इंकार किया है. वहीं पेट्रोल पंप एसोसिएशन ने कहा कि एचपीसीएल के पंपों पर तेल आपूर्ति बाधित रही है.
यूपी में इंडियन ऑयल को छोड़कर अन्य कम्पनियों के पम्पों को उनकी जरूरत के मुताबिक पेट्रोल डीजल नहीं मिल पा रहा है. यूपी पेट्रोलियम ट्रेडर्स एसोसिएश के मुताबिक एचपीसीएल के पंपों की सप्लाई कम दी जा रही है. बाकी तेल कंपनियों की आपूर्ति सामान्य है.
यह भी पढ़ें: मुलायम की बहू अपर्णा यादव को मिली जान से मारने की धमकी, पुलिस कर रही है मामले की जांच
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.