Gujarat: वडोदरा में 13 बच्चों और 2 टीचर्स की मौत, 12 को बचाया; सेल्फी लेते हुए झील में पलटी थी नाव

Gujarat Boat Capsizing Case: हरणी लेक में एक नाव पलटने की घटना सामने आई है. कई बच्चों ने लाइफ जैकैट नहीं पहनी थी. इस कारण 6 से अधिक बच्चों की जान चली गई है. बताया गया कि बच्चे वडोदरा के न्यू सनराइज स्कूल के थे. वे सभी टिचरों के साथ पिकनिक मनाने गए थे.

Written by - Nitin Arora | Last Updated : Jan 18, 2024, 09:23 PM IST
  • हरणी लेक में नाव पलट गई
  • हादसे में कई बच्चों की मौत हो गई
Gujarat: वडोदरा में 13 बच्चों और 2 टीचर्स की मौत, 12 को बचाया; सेल्फी लेते हुए झील में पलटी थी नाव

Gujarat Boat Capsizing Case: गुजरात के वडोदरा में गुरुवार को एक बड़ा हादसा हो गया. हरणी लेक में एक नाव पलटने की घटना सामने आई है. हादसे में 13 बच्चों की मौत हो गई है. साथ ही दो शिक्षकों के भी डूबने की खबर है. वहीं, नाव में सवाल एक दर्जन बच्चों को बचा लिया गया है. जहां उन्हें अस्पताल भेजा गया है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कई बच्चों ने लाइफ जैकैट नहीं पहनी थी. इस कारण 13 और 2 टीचर्स बच्चों की जान चली गई है. बताया गया कि बच्चे वडोदरा के न्यू सनराइज स्कूल के थे. वे सभी टीचर्स के साथ पिकनिक मनाने गए थे. सेल्फी लेने के दौरान नाव पलट गई थी. 

वडोदरा के कलेक्टर एबी गोर ने कहा, 'नाव पर 27 बच्चे सवार थे, जो प्रशासन से हो सकता है, वो करेंगे.' गोर ने ये भी बताया कि नाव की क्षमता कम थी, लेकिन इसमें ज्यादा लोग सवार थे. वहीं, अन्य रिपोर्टों के मुताबिक, 13 बच्चों व 2 टीचर बचा लिए गए हैं. हालांकि, उनकी हालत कैसी है, इसपर अभी कोई जानकारी नहीं मिल सकी है.

 

सीएम ने जताया दुख
इस दुखद घटना के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने शोक व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री ने X पर लिखा, 'वडोदरा की हरणी झील में नाव पलटने से बच्चों के डूबने की घटना अत्यंत हृदय विदारक है. मैं अपनी जान गंवाने वाले मासूम बच्चों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं. दुःख की इस घड़ी में उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. ईश्वर उन्हें यह दुःख सहने की शक्ति दे. नाव पर सवार छात्रों और शिक्षकों का बचाव अभियान फिलहाल जारी है. अधिकारियों को हादसे के पीड़ितों को तत्काल राहत और इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए गए हैं.

 

इसके अलावा घटनास्थल पर बच्चों के माता-पिता का बुरा हाल है. वे मानने को तैयार ही नहीं कि उनके बच्चे अब नहीं रहे. परिवारजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. बता दें कि बच्चे सुबह लगभग 8 बजे घर से हरणी वाटर पार्क व झील पर पिकनिक पर गए थे.

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