नई दिल्लीः बुधवार 31 जनवरी को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के CM पद से इस्तीफा देने के बाद ही प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें कथित जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 6 घंटे से अधिक समय के पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. इसके बाद हेमंत सोरेन सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. उनकी याचिका पर शुक्रवार 2 फरवरी को सुनवाई की जाएगी. वहीं, हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद चंपई सोरेन ने राजभवन में झारखंड में नई सरकार बनाने का दावा पेश किया.
'सरकार बनाने का नहीं मिल रहा न्योता'
अब चंपई सोरेन का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि वे राजभवन से सरकार बनाने की निमंत्रण की प्रतीक्षा कर रहे हैं, लेकिन उन्हें अभी तक राज्यपाल की ओर से न्योता नहीं मिला है. चंपई सोरेन का कहना है कि उन्हें 81 सीटों की विधानसभा में 47 विधायकों का समर्थन हासिल है. इसके बाद भी उन्हें प्रदेश में सरकार बनाने का निमंत्रण नहीं मिल रहा है.
'हमें 47 विधायकों का समर्थन है हासिल'
इस पर चंपई सोरेन ने कहा कि राजभवन को नींद से जागना चाहिए. हम 15-16 घंटे से इंतजार कर रहे हैं. चंपई सोरेन ने कहा, 'हमने कल राज्यपाल को 43 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा. अब हमें 47 विधायकों का समर्थन प्राप्त है.' वहीं, एक शीर्ष अधिकारी ने इस पूरे मामले पर कहा, 'यह (मुख्यमंत्री के बिना कोई राज्य) एक संवैधानिक संकट है. यह अस्वभाविक है.'
तेलंगाना भेजे जा सकते हैं JMM विधायक
एक तरफ जहां चंपई सोरेन यह आरोप लगा रहे हैं कि राजभवन की ओर से प्रदेश में उन्हें सरकार बनाने का निमंत्रण नहीं मिल रहा है. वहीं, दूसरी ओर कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि JMM अपने विधायकों को राज्य से बाहर भेजने की तैयारी में जुट गई है. रिपोर्ट्स की मानें, तो JMM अपने विधायकों को कांग्रेस शासित राज्य तेलंगाना में भेजने की तैयारी में है.
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