मंदी की ओर बढ़ रही दुनिया? अमीरों की डूब रही दौलत, नौकरी से निकाले जा रहे लोग

ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स  के ताजा आकड़ें बताते हैं कि, वर्ष 2022 की पहली छमाही यानी जनवरी से जून तक के वक्त में दुनिया के 500 शीर्ष अमीरों को 14 खरब डॉलर का नुकसान झेलना पड़ा है.   

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 4, 2022, 08:25 AM IST
  • क्या आर्थिक मंदी की ओर बढ़ रही दुनिया
  • भारत में नौकरियों से निकाले जा रहे हैं लोग
मंदी की ओर बढ़ रही दुनिया? अमीरों की डूब रही दौलत, नौकरी से निकाले जा रहे लोग

नई दिल्ली. पिछले कुछ दिनों से देखने को मिल रहा है कि, दुनिया भर के रईसों की दौलत काफी तेजी से गिर रही है. टॉप रईसों की दौलत में आ रही तेज गिरावट के कारण ऐसे भी कयास तेज हो गए हैं कि, एक बार फिर से दुनिया आर्थिक मंदी की ओर बढ़ रही है. 

कितनी गिरी टॉप अमीरों की दौलत

ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स  के ताजा आकड़ें बताते हैं कि, वर्ष 2022 की पहली छमाही यानी जनवरी से जून तक के वक्त में दुनिया के 500 शीर्ष अमीरों को 14 खरब डॉलर का नुकसान झेलना पड़ा है. यह अब तक की सबसे बड़ी छमाही गिरावट है.

अकेले एलन मस्क को हुआ इतना नुकसान

ब्लूमबर्ग अरबपति सूची से मिली जानकारी के मुताबिक, दुनिया के सबसे अमीर आदमी एलन मस्क की दौलत करीब 62 अरब डॉलर कम हुई है, तो वहीं अमेजन के सीईओ जेफ बेजोस की संपत्ति में लगभग 63 अरब डॉलर की गिरावट हुई है. जबकि फेसबुक के कोफाउंडर मार्क जुकरबर्ग की कुल संपत्ति में आधे से ज्यादा की गिरावट देखी गई है.

इन क्षेत्रों में तेजी से पड़ रहा है असर

इस समय टेक कंपनियों से लेकर क्रिप्टोकरेंसी तक हर जगह घाटा देखने को मिल रहा है. इसके अलावा बजार और स्टॉक्स में भी तेज गिरावट का दौर जारी है. जबकि कमोडिटी और क्रूड मार्केट में भी कीमतें तेजी से ऊपर जा रही हैं. 

भारत में शुरू हुआ असर

आर्थिक रूप से खराब चल रहे हालातों का असर भारत पर भी देखने को मिल रहा है. कोरोना काल में बने तमाम भारतीय स्टार्टअप्स से लोगों को काफी तेजी से नौकरी से निकाला जा रहा है. 

देश में इस साल स्टार्टअप का हाल बुरा है. इस क्षेत्र से 12,000 लोग बेरोजगार हो गए हैं. हालांकि ऐसी स्थिति केवल भारत में ही नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया में 22,000 लोग बेरोजगार हुए हैं. इसमें से 60 फीसदी से ज्यादा भारत से हैं.

इस साल के अंत तक जा सकती हैं इतनी नौकरियां

एक अनुमान के मुताबिक इस साल के अंत तक एडटेक और स्टार्टअप में 60,000 लोगों की नौकरी जा सकती है. सबसे ज्यादा प्रभावित होनेवाली कंपनियों में एडटेक क्षेत्र की हैं. इसमें बायजू, अनअकादमी, वेदांतू, कार्स 24, एमपीएल, लिडो लर्निंग, ट्रेल, फारआई और अन्य हैं.

विश्लेषकों का कहना है कि इस साल के अंत तक लागत को घटाने के लिए 50,000 और लोगों को नौकरी से निकाला जा सकता है. नए स्टार्टअप्स के अलावा यूनिकॉर्न कंपनियां जैसे ओला जैसी कंपनियों ने भी अपने यहां से लोगों को नौकरी से निकाला है. 

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