नई दिल्लीः पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर यानी पोओके (POK) को लेकर देश के विदेश मंत्री एस जयशंकर का बड़ा बयान सामने आया है. दिल्ली यूनिवर्सिटी के गार्गी कॉलेज में एक प्रोग्राम के दौरान छात्रों को संबोधित करते हुए एस जयशंकर ने कहा कि केंद्र सरकार पीओके को भारत में वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि लोगों ने धारा 370 को लेकर भी अलग-अलग धारणाएं बना रखी थीं, लेकिन हमने उसे भी खत्म किया.
'धारा 370 को लेकर थी खास मान्यता'
एस जयशंकर ने कहा, 'धारा 370 को लेकर लोगों ने मान लिया था कि उसे बदला नहीं जा सकता है और यह एक ऐसी चीज है, जिसे हमें स्वीकार करना ही होगा. लेकिन जब हमने इसे बदल दिया है, तो पूरी जमीनी स्थिति बदल गई है. इसी तरह से पीओके के बारे में मैं बस इतना ही कह सकता हूं कि संसद में एक प्रस्ताव है और देश की हर राजनीतिक पार्टी यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि पीओके जो भारत का हिस्सा है, वो भारत को वापस मिल जाए.'
'POK को कोई नहीं कर सकता भारत से अलग'
उन्होंने आगे कहा कि एक बात और मैं कहना चाहूंगा कि 10 साल पहले यहां तक कि 5 साल पहले भी लोग हमसे यह सवाल नहीं पूछते थे. लेकिन जब से हमने धारा 370 को खत्म कर दिया है, तो लोग अब इस बात को समझने लगे हैं कि पीओके भी महत्वपूर्ण है. इससे पहले भी कई मौको पर जयशंकर पीओके को लेकर अपना रुख साफ कर चुके हैं कि पीओके भारत का अंग है और रहेगा उसे भारत से कोई अलग नहीं कर सकता है.
क्या है पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर?
दरअसल, साल 1947 में भारत जब आजाद हुआ और भारत-पाकिस्तान के रूप में इसके दो हिस्से हुए. तब जम्मू-कश्मीर का अस्तित्व एक स्वतंत्र रियासत के तौर पर था. हालांकि, 1947 में पाकिस्तान ने अपने सीमा से सटे जम्मू-कश्मीर के क्षेत्रों पर जबरन कब्जा कर लिया. यह कब्जा अभी तक कायम है. इसे भारत पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर कहता है. वहीं, संयुक्त राष्ट्र और अन्य इंटरनेशनल संगठन इसे पाकिस्तान नियंत्रित कश्मीर या पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर के रूप में जानते हैं.
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