नई दिल्लीः प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बिहार में 'अवैध' रेत खनन से संबंधित धनशोधन मामले की जांच के तहत राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से कथित तौर पर जुड़े सुभाष यादव नाम के व्यक्ति को पटना से गिरफ्तार किया है. आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी. केंद्रीय एजेंसी ने शनिवार को राज्य की राजधानी में यादव और उनके सहयोगियों के आधा दर्जन परिसरों पर छापे मारे.
कई जगह मारे गए छापे, नकदी बरामद
सूत्रों ने बताया कि यादव को शनिवार देर रात गिरफ्तार किया गया और जिन विभिन्न परिसरों पर छापेमारी की गई, वहां से लगभग 2.3 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए. उन्होंने बताया कि रेत खनन गिरोह के 'अहम सिंडिकेट सदस्य' होने के आरोपी यादव को सोमवार को पटना में धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) मामलों की सुनवाई करने वाली विशेष अदालत में पेश किए जाने की संभावना है.
राजद के टिकट पर लड़ चुके हैं चुनाव
सूत्रों ने बताया कि वह अतीत में राजद के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं. धनशोधन का यह मामला बिहार पुलिस द्वारा 'ब्रॉडसन कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड' (बीसीपीएल) और उसके निदेशकों के खिलाफ दर्ज की गई 20 प्राथमिकियों से जुड़ा है. उन पर आरोप है कि वे ई-चालान के बिना रेत का अवैध खनन और बिक्री करते थे.
पिछले साल भी हुई थीं गिरफ्तारियां
प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले साल मामले में बिहार विधान परिषद के सदस्य और जनता दल-यूनाइटेड नेता राधा चरण साह, उनके बेटे कन्हैया प्रसाद और ब्रॉडसन कमोडिटीज के निदेशक मिथिलेश कुमार सिंह, बबन सिंह तथा सुरेंद्र कुमार जिंदल को गिरफ्तार किया था और वे वर्तमान में न्यायिक हिरासत में जेल में बंद हैं. एजेंसी ने नवंबर 2023 में पटना की विशेष पीएमएलए अदालत में उनके खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था.
161 करोड़ की आय अर्जित करने का आरोप
प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार, कथित रेत व्यापार को एक सिंडिकेट द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जिसने उक्त कंपनी में धन निवेश किया था और यह सिंडिकेट अवैध रूप से रेत बेचकर लाभ कमाता है, जो आपराधिक कृत्यों से अर्जित होने वाली आय है. उसने दावा किया कि इस मामले में आपराधिक कृत्यों से 161 करोड़ रुपये की आय अर्जित की गई.
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