राजमुंदरी. आंध्र प्रदेश में कथित स्किल डेवलमेंट घोटाले को लेकर जेल में बंद पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडु मंगलवार को जमानत पर बाहर आ गए. उन्होंने हाईकोर्ट से अंतरिम जमानता मिली है. बाहर आने के बाद उन्होंने कहा-न तो मैंने कुछ गलत किया और न ही किसी को कुछ गलत करने दिया. अपने 40 साल लंबे राजनीतिक करियर में उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है.
समर्थन के लिए किया धन्यवाद
राजमुंदरी केंद्रीय कारागार के बाहर चंद्रबाबू के परिवार के सदस्यों और तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के नेताओं और सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. टीडीपी प्रमुख ने राजनीतिक दलों और उनके नेताओं को भी उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने विशेष रूप से जन सेना पार्टी (जेएसपी) नेता और अभिनेता पवन कल्याण का उल्लेख किया, जिन्होंने घोषणा की है कि जेएसपी और टीडीपी अगले साल एक साथ चुनाव लड़ेंगे.
बाहर निकले तो समर्थकों ने लगाए नारे
जेल से बाहर निकलने के बाद जब चंद्रबाबू का काफिला बढ़ा तो समर्थकों ने पूरे इलाके में जय बाबू जय, जय बाबू के नारे लगाए. नायडू को 1 लाख रुपये की जमानत राशि जमा करने का निर्देश दिया गया. अदालत ने उनसे मामले से जुड़े किसी भी व्यक्ति को प्रभावित नहीं करने और 29 नवंबर को अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण करने को कहा.
सीआईडी ने किया था गिरफ्तार
बता दें कि राज्य की सीआईडी ने नायडू को उनके मुख्यमंत्री रहते हुए हुए कथित कौशल विकास घोटाले में 9 सितंबर को गिरफ्तार किया था. नायडू की गिरफ्तारी के बाद उनके बेटे नारा लोकेश लगातार राज्य सरकार पर आरोप लगाते रहे हैं. उनका मानना है कि राज्य सरकार प्रतिशोध की भावना के तहत कार्रवाई कर रही है.
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