इस नवरात्रि गरिमा परिहार निभाएंगी नवदुर्गा के अवतार

एण्ड टीवी के शो ‘संतोषी मां सुनाएं व्रत कथाएं’ में देवी पार्वती की भूमिका निभा रही गरिमा परिहार इस नवरात्रि में नवदुर्गा अवतार में नजर आयेंगी. गरिमा दुर्गा मां के नौ रूपों को धारण कर अपने दर्शकों को मंत्रमुग्ध करेंगी.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Oct 22, 2020, 05:45 PM IST
    • नवरात्रि पर देखें मां दुर्गा का नौ रूप
    • गरिमा परिहार ने लिया मां का स्वरूप
इस नवरात्रि गरिमा परिहार निभाएंगी नवदुर्गा के अवतार

मुंबई: एण्ड टीवी के शो ‘संतोषी मां सुनाएं व्रत कथाएं’ में देवी पार्वती की भूमिका निभा रही गरिमा इस नवरात्रि मां दुर्गा के नौ रूप धारण करेंगी. जिसे लेकर गरिम काफी उत्साहित है.

गरिमा मां दुर्गा के 9 अवतार - शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चन्द्रघण्टा, कूष्मांडा, स्कन्दमाता, कात्यायनी, कालरात्रि और सिद्धिदात्री के विभिन्न शक्ति स्वरूप में दिखेंगी. गरिमा (देवी पार्वती) ने बताया कि हर दिव्य अवतार कैसे विभिन्न क्षमता और योग्यता को प्रदर्शित करता है.

मां के पहले रूप देवी शैलपुत्री ने त्रिशूल और कमल धारण किया हुआ है और कहा जाता है कि वह नंदी (बैल) की सवारी करती हैं, और सभी बीमारियों को जड़ से खत्म करने के लिए तत्पर रहती हैं. 

सोशल मीडिया पर छाया रश्मि देसाई का ये पारंपरिक लुक,  लिंक पर क्लिक कर देखें तस्वीरें.
 

देवी सिद्धिदात्री परफेक्शन को परिभाषित करती हैं, कमल पर बैठी और गदा पकड़े हुए, चक्र और एक किताब रखती हैं और सभी की दिव्य इच्छाओं को पूरा करती हैं.

 

देवी स्कन्दमाता चार भुजाओं वाली कमल पर विराजमान देवी है और उन्होंने छोटे कार्तिकेय को अपनी गोद में लिया है. वह कर्म और व्यवहारिक ज्ञान का प्रतीक हैं.

देवी ब्रह्मचारिणी रुद्राक्ष की माला और पवित्र कमंडल हाथ में लिए नंगे पैर चलती हैं और वह दीर्घायु प्रदान करती हैं.

देवी चन्द्रघण्टा 10 हाथों में सशस्त्र से सुस्सजित देवी हैं, जिनके माथें पर अर्धचंद्र बना हुआ है, वह बाघ की सवारी करने और सभी दुष्टों का विनाश करने के लिए जानी जाती हैं.

 

देवी कालरात्रि, दुष्टों का सर्वनाश करने के लिए जिन्होंने काले रंग की दिव्यता को धारण किया है,एक गधे की सवारी करती हैं और उन्होंने त्रिशूल और फंदा लिया है और वह मां के प्रेम का प्रतीक हैं.

देवी कात्यायनी, जो एक प्रसिद्ध योद्धा के रूप में जानी जाती है, वह शेर की सवारी करती हैं और उनके हाथ में तलवार है. वह अज्ञानता और अन्याय के खिलाफ सकारात्मक क्रोध का एक रूप हैं.

देवी महागौरी एक सफेद शक्तिशाली हाथी की सवारी करती हैं और वह त्रिशूल के साथ एक डमरू रखती हैं, और वह सुंदरता और करुणा को दर्शाती हैं.

देवी कूष्मांडा, जीवन की वो शक्ति हैं, जो लोगो को महत्वपूर्ण फैसले लेने और अपनी बुध्दि की क्षमताओं को समझने की शक्ति के लिए आशीर्वाद देती हैं.

इन नौ अवतारों को निभाने के बारे में बात करते हुए गरिमा परिहार ने कहा, ‘‘क्योंकि नवरात्रि का त्यौहार चल रहा है, ऐसे में दुर्गा मां के नौ अलग-अलग अवतारों को निभाकर इस उत्सव की शुरुआत करने का इससे बेहतर तरीका क्या होगा. मैं खुद को सम्मानित और धन्य महसूस कर रही हूं. क्योंकि मुझे उनके नौ अवतारों के  बारे में और भी अधिक जानने को मिला. नौ किरदारों को निभाना चुनौतीपूर्ण था लेकिन यह जीवनकालिक अवसर भी है. शायद ही कभी ऐसा मौका मिलता है. मैं इस बारे में खुश और उत्साहित हूं.‘‘

देश और दुनिया की हर एक खबर अलग नजरिए के साथ और लाइव टीवी होगा आपकी मुट्ठी में. डाउनलोड करिए ज़ी हिंदुस्तान ऐप. जो आपको हर हलचल से खबरदार रखेगा... नीचे के लिंक्स पर क्लिक करके डाउनलोड करें-

Android Link - https://play.google.com/store/apps/details?id=com.zeenews.hindustan&hl=e...

iOS (Apple) Link - https://apps.apple.com/mm/app/zee-hindustan/id1527717234

 

ट्रेंडिंग न्यूज़