नई दिल्ली: Sunil Dutt Death Anniversary: फिल्म इंडस्ट्री में कई एक्टर पॉजिटिव रोल से ज्यादा निगेटिव किरदार में फेमस हुए हैं, जिनमें एक सुनील दत्त भी है. जिन्हें हीरो के साथ-साथ डाकू के रोल में काफी पसंद किया गया था. वैसे तो इस दिग्गज कलाकार का नाम आते ही 'पड़ोसन' के भोला का चेहरा आंखों के सामने आ जाता है, तो कभी 'मुन्नाभाई' के सख्त पिता का. लेकिन सुनील दत्त ने पर्दे पर डकैत के किरदार को अब तक सबसे शानदार तरीके से उकेरा है.
ऐसे शुरू हुआ था करियर
सुनील 6 जून, 1929 को पंजाब राज्य के झेलम जिला स्थित खुर्दी नामक गांव में जन्मे थे. बटवारे के बाद यह गांव अब पाकिस्तान में आता है. कॉलेज के दिनों से ही सुनील दत्त थिएटर में दिलचस्पी दिखाते थे. भारी आवाज और ऊर्दू अच्छी होने के कारण लोगों को उनका काम काफी पसंद आता था. इसी समय उन्हें फिल्म करने का जुनून सवार हो गया. लेकिन हिंदी सिनेमा में उनकी पहुंच काफी मुश्किल थी, जिस कारण सुनील दत्त ने रेडियो सिलोन में पैसे कमाने के लिए काम शुरू कर दिया था.
ऐसे मिला फिल्मों में काम
कहा जाता है कि रेडियो जॉकी के दौरान सुनील दत्त को दिलीप कुमार का इंटरव्यू लेने का मौका मिला था. इसी दौरान डायरेक्टर समेश सहगल की नजर एक्टर पर पड़ी थी.
उन्होंने कहा कि आपको फिल्मों में ट्राई करना चाहिए. इसके बाद सुनील को बॉलीवुड में एंट्री मिली.
डकैत के किरदार में हुए मशहूर
सुनील दत्त ने दो दर्जन से अधिक फिल्मों में डकैत की भूमिका निभाई थी. इस रोल को वह इतनी चुनौती और खूबसूरती के साथ पर्दे पर उतारते थे, कि फिल्म इंडस्ट्री के वह चहेते डाकू बन गए थे. कहा जाता है कि एक बार फिल्म की शूटिंग को दैरान वहीदा रहमान के साथ पूरी फिल्म की टीम चंबल के डाकूयों के बीच फंस गई थी. जिसके बाद सुनील दत्त ने ही सबकी अकलमंदी से जान मचाएगी.
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