नई दिल्ली: आदिपुरुष को लेकर जारी विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है. टीजर रिलीज होने के बाद से VFX से लेकर, किरदारों के इस्लामीकरण पर भी सवाल उठाए गए हैं. ऐसे में फिल्म पर रोक लगाने की मांग करते हुए एक याचिका दिल्ली की अदालत में दायर की गई है. सारे विरोधों के बीच रामानंद सागर के बेटे प्रेमसागर ने फिल्ममेकर्स का साथ दिया है.
रामानंद सागर के बेटे ने कही बात
रामानंद सागर के बेटे प्रेम सागर ने फिल्म का बचाव करते हुए कहा कि आप किसी को कुछ बनाने से कैसे रोक सकते हैं? समय के साथ धर्म में भी बदलाव आते हैं और ओम राउत ने वही किया जो उन्हें ठीक लगा. साथ ही प्रेम सागर का कहना कि डायरेक्टर ने फिल्म को रामायण नहीं कहा है.
प्रोजेक्ट का ऑफर
डायरेक्टर का पक्ष लेते हुए प्रेम सागर कहते हैं कि अगर उन्हें किसी भी अच्छे प्रोजेक्ट का ऑफर मिलता है तो वो क्या अपने पालन और संस्कृति की वजह से क्या नहीं करेंगे. वहीं दूसरी ओर रामायण में राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल ने इसके खिलाफ बयान जारी किया है वो कहते हैं कि सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर से छेड़छाड़ करना ठीक नहीं है.
लगातार जारी विरोध
हाल ही में तीस हजारी कोर्ट में फिल्म पर स्टे को लेकर याचिका भी दायर की गई है. याचिका में बताया गया है कि फिल्म में भगवान राम ही नहीं बल्कि रावण के कैरेक्टर को लेकर भी संदेह पैदा किया गया है. यहां तक की रावण को बेहद सस्ते और भयावह तरीके से दिखाया गया है जबकि वो कट्टर ब्राह्मण थे. वानर सेना को चिपांजी के झुंड के रूप में भई दिखाया गया है.
याचिका में टीजर को क्रूर मानते हुए हिंदुओं की भावनाओं का ध्यान रखते हुए रिलीज पर रोक लगाने की मांग की गई है. याचिका में फिल्म के प्रमोशनल वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से हटाने की मांग की गई है.
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