एक महीने पहले ही राज कपूर को हो चुका था मौत का आभास, जानिए क्या है वो दर्दनाक किस्सा

Raj Kapoor Death Anniversary: राज कपूर आज भी हमारे बीच न होते हुए भी हमारे दिलों में जिंदा रहते हैं. उनकी जिंदगी के कई ऐसे किस्से हैं जिनके कारण उनकी यादें जेहन में फिर से ताजा हो जाती हैं.  

Written by - Bhawna Sahni | Last Updated : Jun 2, 2023, 09:59 AM IST
  • राज कपूर को पहले ही हो गया था मौत का आभास
  • दिल्ली में दादा साहब फाल्के अवॉर्ड में पहुंचे थे राज
एक महीने पहले ही राज कपूर को हो चुका था मौत का आभास, जानिए क्या है वो दर्दनाक किस्सा

नई दिल्ली: हिन्दी फिल्म सिनेमा के महान कलाकारों में से एक राज कपूर (Raj Kapoor) के कई ऐसे किस्से हैं, जिनके कारण अक्सर उनकी यादें जहन में ताजा हो जाती हैं. शोमैन कहे जाने वाले राज साहब अपनी शानदार फिल्मों के कारण हमेशा ही दर्शकों के दिलों में जिंदा रहेंगे. आज उनके परिवार की हर पीढ़ी बेशक अपनी अदाकारी जादू चलाती नजर आ रही है, लेकिन जो सुकून राज कपूर को पर्दे पर देखकर मिलता था, वो किसी और कलाकार में नजर ही नहीं आता. राज कपूर का इस दुनिया से जाना पूरी इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा सदमा था, लेकिन क्या आप जानते हैं कि राज कपूर को एक महीने पहले ही अपनी मौत का आभास हो गया था.

राज कपूर को था अस्थमा

दरअसल, 19वां दादा साहेब फाल्के सम्मान समारोह चल रहा था. इसी बार शो मैन राज कपूर को भी सम्मानित किया जाने वाला था. हालांकि, उन दिनों वह काफी बीमार चल रहे थे. अस्थमा के मरीज थे और उन दिनों तो बार-बार उन्हें अस्थमा अटैक आने लगे थे. प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए उन्होंने ऑक्सीजन सिलेंडर निकाल दिया, जो पत्नी कृष्णा के पास ही रखा हुआ था. लेकिन राज कपूर की स्थिति लगभग न चलने के बराबर ही थी.

प्रोटोकॉल्स को किया गया दरकिनार

जब राज कपूर साहब का नाम मंच पर पुकारा गया तो वह उठकर मंच तक नहीं जा पाए. उनकी हालत देखते हुए भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति आर. वेंकटरमण सभी प्रोटोकॉल्स को एक तरफ रखकर खुद उनके पास पहुंच गए. उन्होंने राज कपूर को पूरे सम्मान के साथ उनका पुरस्कार दिया. इसी दौरान एक बार फिर से उन्हें अस्थमा का अटैक आ गया. ऑडिटोरियम से राष्ट्रपति की एम्बुलेंस मौजूद थी, जिसमें ही राज कपूर को AIIMS ले जाया गया.

कमल हासन ने भी की थी मुलाकात

राज कपूर को जब अस्पताल लेकर पहुंचे तो उनसे मिलने के लिए एक्टर कमल हासन वहां आएं. दोनों ने कुछ देर तक बातें की, लेकिन कुछ ही देर के बाद फिर से राज कपूर की तबीयत काफी बिगड़ने लगी. डॉक्टर्स ने उन्हें ICU में शिफ्ट कर दिया. उस समय पत्नी कृष्णा के अलावा उनका पूरा परिवार मुंबई था और राज कपूर दादा साहब फाल्के समारोह के लिए दिल्ली आए थे. इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप सरदाना उनकी देखभाल कर रहे थे.

'अब नहीं ठीक हो पाऊंगा'

कुछ ही देर में कृष्णा ने मुंबई में अपने परिवार को राज कपूर की तबीयत बिगड़ने की सूचना भी दे दी. दूसरी डॉक्टर्स ने सरदाना को ICU से बाहर निकलने के लिए कहा, लेकिन राज कपूर ने उन्हें वहीं रोका और कहा, 'अब मैं ठीक नहीं हो पाऊंगा. आई विल डाई…' इस बात तो सुनकर वहीं मौजूद उनकी पत्नी कृष्णा काफी विचलित हो गईं. इसके कुछ देर बार ही डॉक्टर्स ने बताया कि उन्हें निमोनिया हो गया है वह कोमा में चले गए हैं. इसके एक महीने बाद 2 जून 1988 को राज कपूर ने हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह दिया.

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