Exclusive: जानिए कौन हैं 'मेजर' में हर्ष का किरदार निभाने वाले अभिनव सिंह, सपनों को पूरा करने का देते हैं जज्बा

फिल्म 'मेजर' का हर किरदार अपने आप में बहुत दिलचस्प है. अदिवी शेष के साथ ही इसके अन्य कलाकारों की एक्टिंग ने भी काफी प्रभावित किया है. इन्हीं में से एक एक्टर हैं अभिनव सिंह. छोटा सा रोल होने के बावजूद उन्होंने कमाल कर दिखाया है.  

Written by - Bhawna Sahni | Last Updated : Jun 15, 2022, 06:49 PM IST
  • म्यूजिक वीडियो में दिख चुके हैं अभिनव
  • दिलचस्प है अभिनव से हर्ष बनने का सफर
Exclusive: जानिए कौन हैं 'मेजर' में हर्ष का किरदार निभाने वाले अभिनव सिंह, सपनों को पूरा करने का देते हैं जज्बा

नई दिल्ली: कुछ समय पहले ही रिलीज हुई शशि किरण टिक्का की फिल्म 'मेजर' (Major) ने वो कर दिखाया जिसकी शायद कभी किसी से कल्पना भी नहीं की होगी. 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले पर आधारित इस फिल्म में मेजर संदीप उन्नीकृष्णन की कहानी दिखाई गई है. अदिवी शेष (Adivi Sesh) के लीड रोल वाली इस फिल्म के आने से पहले शायद लोग संदीप के बारे में सिर्फ इतना ही जानते थे कि वह NSG के पहले कमांडो थे जो ताज पैलेस होटल में हुए इस हमले में शहीद हो गए.

हर कलाकार को 'मेजर' में मिली अहमियत

शशि किरण ने 'मेजर' में जहां एक ओर अदिवी को ऐसे पेश किया कि हर किसी को उनसे प्यार हो गया. वहीं, उन्होंने अपनी फिल्म में नजर आए बाकी सभी कलाकारों को काफी अहमियत दी. इन्हीं कलाकारों में एक नाम है अभिनव सिंह का, जो इस फिल्म में हर्ष के रोल में नजर आए. बेशक यहां उनका रोल कुछ ही समय के लिए था, लेकिन अभिनव से इस छोटे से रोल को भी ऐसे निभाया कि साइड एक्टर होने के बावजूद वह पर्दे पर छा गए. इसके बाद से ही कई लोगों के मन में अभिनव को लेकर बहुत से सवाल आए होंगे, जिनके जवाब से हम आपको रूबरू करवाने जा रहे हैं.

जानिए कौन हैं हर्ष का किरदार निभाने वाले अभिनव सिंह

जी हिन्दुस्तान डिजिटल से बातचीत में अभिनव ने अपनी निजी जिंदगी और इस फिल्म से जुड़े कई किस्सों का जिक्र किया. विशाखापट्टनम आंध्र प्रदेश में पले-बढ़े अभिनव का परिवार उत्तर प्रदेश, अलीगढ़ का रहने वाला है, लेकिन पिता की पोस्टिंग जॉब होने के कारण वह कभी अलीगढ़ में नहीं रह पाए. विजाग में अभिनव का पूरा बचपन बीता. स्कूलिंग के बाद उन्होंने आंध्र पदेश की ही एक यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की और ग्रेजुएशन खत्म होने के बाद वह अपना करियर बनाने निकल पड़े.

अभिनव ने दांव पर लगा दिया करियर

अभिनव की ग्रेजुएशन पूरी होने के बाद परिवार हैदराबाद में जाकर बस गया. यहीं पर ही उन्हें एक MNC कंपनी में सॉफ्टवेयर डेवलेपर की नौकरी मिल गई. इस दौरान कंपनी की तरफ से ही अभिनव को US भेज दिया गया. उनका सपना ही था कि बाकी सभी IT वालों की तरह वह भी विदेश जाकर काम करें.

एक्टर ने सिर्फ 25 साल की उम्र में विदेश जाकर अपना एक सपना तो सच कर लिया था, लेकिन इसके बाद भी उन्हें वो खुशी नहीं मिल रही थी, जिसकी शायद उन्होंने कभी कल्पना की थी. उन्हें अब लगने लगा कि इसके आगे उनके लिए कुछ बचा ही नहीं है. बस फिर क्या था अभिनव ने अपनी 7 साल की ये नौकरी छोड़ दी.

टीवी में जाना चाहते थे अभिनव

अभिनव जानते थे कि उनके अंदर कहीं एक कलाकार छिपा है, जो मौका मिलते ही लोगों के सामने आ जाता है. उनमें एक्टिंग का यह जुनून तब से ही पैदा हो गया, जब वह स्कूल में थे. वह जब भी टीवी में छोटे-छोटे बच्चों को एक्टिंग करते देखते तो उन्हें लगता था कि वह क्यों नहीं टीवी में जा सकते. हालांकि, तब वह ये नहीं समझ पाए थे कि उन्हें टीवी में क्या करने जाना है.

नाटकों में हिस्सा लिया करते थे अभिनव सिंह

हमेशा से ही फिल्मों के शॉकीन रहे अभिनव अक्सर स्कूल में होने वाले इवेंट्स और नाटकों में हिस्सा लेते थे. हालांकि, कॉलेज में आने के बाद अभिनव फिल्में तो देखते थे, लेकिन तब उनकी दिलचस्पी स्पोर्ट्स में ज्यादा थी. वह फुटबॉल में अपनी टीम के कैप्टन रह चुके हैं. इसके बाद जब उन्होंने अपनी नौकरी शुरू की और US पहुंचे तब उन्हें लगा कि एक्टर बनने की एक कोशिश तो की ही जा सकती है.

क्यों खुश नहीं थे अभिनव

अभिनव कहते हैं कि अगर वह इतनी जल्दी US न पहुंचे होते तो वह शायद कभी एक्टर भी नहीं बन पाते. क्योंकि, उनका पहला सपना ही यही था. अभिनव ने US में ही अपने काम के दौरान ठान लिया था कि वह एक्टर बनने की ट्रेनिंग लेंगे. काम पूरा करने के बाद वह भारत लौटे और सीधा एडमिशन ले लिया हैदराबाद के समाहार थिएटर में. यहां उन्हें अपने लिए सबसे अच्छी चीज यह मिली कि वह अपनी नौकरी के साथ-साथ एक्टिंग भी सीख सकते थे, क्योंकि ये लोग वीकेंड यानी शनिवार और रविवार क्लासेस देते थे.

जॉब के साथ ही थिएटर करने लगे अभिनव

अभिनव ने 2015 से ऑफिस के साथ ही थिएटर भी करना शुरू कर दिया. 3 साल तक कड़ी मेहनत के बाद अभिनव ने खूब नुक्कड़-नाटक किए. 6-8 महीने तक गली-मौहल्ले में नाटक करने के बाद उन्हें आखिरकार थिएटर में स्टेज पर परफॉर्म करने का मौका मिला. थिएटर के दौरान ही 2018 में अभिनव की मुलाकात 'मेजर' की टीम यानी अदिवी शेष और डायरेक्टर शशि किरण टिक्का से हुई. उस समय वह अपनी तेलुगू फिल्म 'गुडाचारी' पर काम कर रहे थे. इस फिल्म में भी अभिनव दिखे, लेकिन कुछ सेकंड्स के लिए.

इस तरह मिली 'मेजर'

अभिनव 'गुडाचारी' में अपने छोटे से सीन के बावजूद लगातार 10-12 दिनों तक सेट पर जाते थे, ताकि और चीजें समझ सकें. अदिवी इस दौरान अभिनव से काफी इंप्रेस थे. अदिवी ने उनसे वादा किया कि वह 'गुडाचारी 2' में उन्हें जरूर कास्ट करेंगे, लेकिन इससे पहले ही 2020 में अभिनव को 'मेजर' फिल्म ऑफर हो गई और वह बन गए 'हर्ष'.

शूटिंग के दौरान सीखी वर्दी की इज्जत

अभिनव ने बताया कि 'मेजर' में उन्होंने असली NCC कैंप के कैडिट्स के साथ ट्रेनिंग की थी. एक्टर ने कहा, 'उनके साथ काम करने का अनुभव बहुत शानदार रहा. उन लोगों ने हमें, उठने, बैठने और चलने से लेकर वर्दी की इज्जत करना भी सिखाया. इस दौरान टीम के साथ आर्मी के ऑफिसर भी सेट पर मौजूद थे, जिन्होंने सही मायने में अनुशासन सिखाया. उन्होंने बताया कि चाहे एक्टिंग ही क्यों न हो, लेकिन वर्दी पहनी है तो उसका सम्मान भी जरूर करें.'

हर्ष के रोल से बेहद खुश हैं अभिनव

'मेजर' में अपने किरदार को लेकर उन्होंने कहा, 'मुझे जब हर्ष के किरदार के बारे में पता चला तो ऐसा लगा कि यह सिर्फ मेरे लिए ही लिखा गया है. शायद भगवान ने ही इसे लिखवाया होगा.

2 साल तक फिल्म की शूटिंग चली और मेरा नंबर ही नहीं आया. शूटिंग खत्म हो चुकी थी. फिर एक नई स्क्रिप्ट लिखी गई, क्योंकि मेकर्स को लगा कि NDA तो दिखाना ही चाहिए. अगर आर्मी फिल्म में NDA नहीं दिखाएंगे, तो फिल्म ही अधूरी लगेगी. फिर मेरे पास मेकर्स आए और मुझे यह रोल ऑफर किया.'

'मेजर' देख पेरेंट्स का सीना हुआ गर्व से चौड़ा

अभिनव ने कहा, 'जब मैंने अपनी जॉब छोड़ी तो, इस बारे में पेरेंट्स तक को नहीं बताया था. 2018 में मैंने नौकरी छोड़ दी थी. इससे 3 साल पहले उन्हें ये बता दिया था कि मैंने थिएटर जॉइन किया है और मेरे शोज होते हैं, हालांकि, उन्होंने वह शोज कभी देखे नहीं थे, लेकिन 'मेजर' की स्क्रीनिंग के वक्त मेरे पेरेंट्स को मुझ पर बहुत गर्व हुआ. खासतौर पर जब उन्होंने मुझे डायरेक्टर शशि और सई मांझरेकर के साथ खड़ा देखा.'

डिफेंस में जाना चाहते थे अभिनव

अभिनव अगर एक्टर न होते, तो वह डिफेंस में जाकर देश की रक्षा करना चाहते थे. अगर उन्हें मौका मिलता तो वह पुलिस बनते. खासतौर पर उनकी दिलचस्पी अंडर कवर ऑफिसर बनने में थी. उन्होंने कहा, 'मुझे पुलिस की वर्दी से बहुत प्यार है. जॉब मिलने के बाद कई बार मैं ये सोचता था कि इसके लिए तैयारी की जाए. उस वक्त मुझे लगा इसकी भी पढ़ाई कर लेते हैं, लेकिन नौकरी के साथ यह मुमकिन नहीं था.'

अदिवि शेष की खासियत

अदिवी के बारे में एक बात बहुत तारीफ के काबिल है, कि बेशक उन्होंने अपनी शूटिंग 50-60 दिनों में पूरी कर ली थी, लेकिन वह हर दिन सेट पर आते थे. चाहे उनका सीन हो, या न हो, वह सेट पर मौजूद रहते थे. अदिवी एक ऐसे कलाकार हैं कि वह अगर किसी फिल्म में काम कर रहे हैं तो वह सेट पर जरूर होंगे. इस दौरान वह बाकी स्टार कास्ट का सीन भी बेहतरीन बनाने की कोशिश करते हैं. इसलिए हमेशा अपने सीन के वक्त लगता था कि अगर अदिवि सर सेट पर जल्दी आ जाएंगे, तो हम और उभर कर दिखेंगे.

मैं इस फिल्म से बहुत सारी खूबसूरत यादें अपने साथ लेकर आ रहा हूं.

अभिनव 'मेजर' से पहले एक म्यूजिक वीडियो 'इश्क फितूरी' में भी नजर आ चुके हैं. हालांकि, यह गाना उन्हें खास पहचान नहीं दिला पाया था. 'मेजर' के बाद अब अभिनव के पास कई ऑफर्स आने लगे हैं. उन्हें जल्द ही तेलुगू फिल्म 'गुडाचारी 2' में देखा जाने वाला है. यह फिल्म भी अदिवी शेष लेकर आ रहे हैं.

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