Bihar News: नंदकिशोर यादव के घर में पाला जाता था शेर, बन सकते हैं बिहार विधानसभा के नए स्पीकर

Bihar News: बिहार में NDA सरकार के गठन के साथ ही बीजेपी के कद्दावर नेता नंदकिशोर यादव का नाम एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है. बिहार की राजनीति में नंदकिशोर यादव का अपना एक अलग स्थान रहा है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की ओर से दावा किया जा रहा है कि बीजेपी बिहार में अपनी गठबंधन की सरकार बनाने के बाद नंदकिशोर यादव का विधानसभा स्पीकर बना सकती है. ऐसे में आइए जानते हैं नंदकिशोर यादव के बारे में. 

Written by - Pramit Singh | Last Updated : Jan 29, 2024, 12:02 PM IST
  • नंदकिशोर यादव के परदादा पाला करते थे शेर
  • छात्र जीवन से ही राजनीति में रख दिया था कदम
Bihar News: नंदकिशोर यादव के घर में पाला जाता था शेर, बन सकते हैं बिहार विधानसभा के नए स्पीकर

नई दिल्लीः बिहार में NDA सरकार के गठन के साथ ही बीजेपी के कद्दावर नेता नंदकिशोर यादव का नाम एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है. बिहार की राजनीति में नंदकिशोर यादव का अपना एक अलग स्थान रहा है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की ओर से दावा किया जा रहा है कि बीजेपी बिहार में अपनी गठबंधन की सरकार बनाने के बाद नंदकिशोर यादव का विधानसभा स्पीकर बना सकती है. ऐसे में आइए जानते हैं नंदकिशोर यादव के बारे में. 

नंदकिशोर यादव के परदादा पाला करते थे शेर 
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो नंदकिशोर यादव का जन्म 26 अगस्त 1953 को हुआ था. उनके पिता का नाम स्व. पन्ना लाल यादव और मां का नाम स्व. राजकुमारी यादव है. वहीं, उनके परदादा स्व. झोला सरदार अपने जमाने के एक प्रसिद्ध जमींदार थे. झोला सरदार के बारे में कहा जाता है कि उन्हें शेर पालने का बहुत शौक था. वहीं, नंदकिशोर यादव के दादा स्व. रामदास यादव को पक्षियों का शौक था. 

छात्र जीवन से ही राजनीति में रख दिया था कदम
कहा जाता है कि नंदकिशोर यादव ने छात्र जीवन से ही अपना कदम राजनीति में रख दिया था. मौजूदा समय में वे पटना साहिब से विधायक हैं. नंदकिशोर यादव 1969 से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए थे. इसके अलावा वे जेपी आंदोलन के समय भी काफी सक्रिय रहे थे. वे साल 1971 में विद्यार्थी परिषद में सक्रिय हुए. वहीं, साल 1974 में नंदकिशोर यादव जेपी आंदोलन में रहते हुए पटना सिटी छात्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष बने और इसी साल जेपी के आह्वान पर B.SC के फाइनल परीक्षा का बहिष्कार किया. 

1978 में जीते थे पार्षदी का चुनाव
वहीं, साल 1978 में नंदकिशोर यादव पटना नगर निगम से पार्षदी का चुनाव जीते और 1982 में पटना के उपमहापौर चुने गए. इसके बाद 1983 में पटना महानगर अध्यक्ष और 1990 में पार्टी के युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए. इसके बाद साल 1995 में पटना के पूर्वी क्षेत्र से विधानसभा का चुनाव लड़े और विधायक चुने गए. फिर क्या नंदकिशोर यादव अपने सियासी सफर में हर रोज नए पायदान पर चढ़ते चले गए. 

BJP क्यों बनाएगी विधानसभा स्पीकर 
साल 1998 से 2003 तक वे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे. इसके अलावा नीतीश कुमार की अगुवाई वाली एनडीए सरकार में वे पथ परिवहन मंत्री, पर्यटन मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री भी रह चुके हैं. उन्हें बेहतर कामों के लिए सम्मानित भी किया जा चुका है. नंदकिशोर किशोर यादव को बीजेपी में मौजूद बड़े यादव नेता के रूप में देखा जाता है. 

इसके अलावा 2020 की एनडीए सरकार में विधानसभा स्पीकर रहे विजय सिन्हा अब उपमुख्यमंत्री बन चुके हैं. ऐसे में कुछ राजनीतिक पंडितों और मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि बीजेपी नंदकिशोर यादव को विधानसभा स्पीकर बना सकती है. 

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