राज्य चलाने वाले ये धुरंधर नहीं बचा सके अपनी सीट, कई पूर्व सीएम का सियासी सफर खत्म

पंजाब की पटियाला अर्बन सीट से पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ताल ठोक रहे थे. आम आदमी पार्टी के अजितपाल सिंह कोहली ने अमरिंदर सिंह को 13 हजार हजार वोटों से मात दी है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Mar 10, 2022, 05:40 PM IST
  • पंजाब में चन्नी, अमरिंदर और सुखबीर बादल भी हारे चुनाव
  • 94 साल की उम्र में हारे प्रकाश सिंह बादल
राज्य चलाने वाले ये धुरंधर नहीं बचा सके अपनी सीट, कई पूर्व सीएम का सियासी सफर खत्म

नई दिल्ली: सभी राज्यों के चुनाव नतीजे घोषित हो चुके हैं. भाजपा 5 में से 4 राज्यों में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के करीब है. लेकिन पंजाब में भाजपा, कांग्रेस और अकाली दल को जोरदार झटका लगा. राज्य में इन सभी पार्टियों के दिग्गज नेता चुनाव हार गए. 

2022 में हुए विधानसभा चुनावों में से सबसे रोचक घटना ये हुई कि कई पूर्व मुख्यमंत्री तक अपनी सीट नहीं बचा सके. उत्तराखंड में भले ही भाजपा को पूर्ण बहुमत मिल रहा हो लेकिन उसके सीएम पुष्कर सिंह धामी खटीमा से चुनाव हार गए. उन्हें भुवन चंद कापड़ी ने मात दी. 

पंजाब में तीन पूर्व मुख्यमंत्री बादल, अमरिंदर सिंह के अलावा राजिंदर कौल भट्टल भी अपनी सीट से चुनाव हार गए हैं. गोवा में पूर्व मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार चर्चिल अलेमाओ को बेनौलिम सीट से आप उम्मीदवार के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा. 

पंजाब में चन्नी, अमरिंदर और सुखबीर बादल भी हारे चुनाव

पंजाब की पटियाला अर्बन सीट से पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ताल ठोक रहे थे. आम आदमी पार्टी के अजितपाल सिंह कोहली ने अमरिंदर सिंह को 13 हजार हजार वोटों से मात दी है. चुनाव से पहले ही अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस छोड़ अपनी पार्टी बनाई थी. 

साल 2021 सितंबर में कांग्रेस के साथ उनके कुछ ऐसे मतभेद हुए कि उन्होंने मुख्यमंत्री पद और दल, दोनों से ही इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद उन्होंने पंजाब लोक कांग्रेस नामक पार्टी का गठन किया. 

94 साल की उम्र में हारे प्रकाश सिंह बादल

प्रकाश सिंह बादल 5 बार पंजाब के सीएम रह चुके हैं. वे लंबी सीट से आप के गुरमीत खुदियां से 11,357 वोटों से हार गए. 13 राउंड की मतगणना के बाद खुदियां को 65,717 वोट और बादल को 54,360 वोट मिले. उन्हें गुरदीप सिंह ने चुनाव में पटखनी दी. सन 1947 से भारतीय राजनीति में सक्रिय, देश के सबसे उम्रदराज मुख्‍यमंत्री, पंजाब में भाजपा-अकाली दल (BJP-Akali Dal) का प्रमुख चेहरा रहे प्रकाश सिंह बादल अकेले नेता हैं, जो पांच बार पंजाब के मुख्यमंत्री बने है. 

उन्होंने 1969-1970 तक सामुदायिक विकास, पंचायती राज, पशुपालन, डेयरी आदि से संबंधित मंत्रालयों में कार्यकारी मंत्री के रूप में कार्य किया. प्रकाश सिंह बादल 2002 में पंजाब के मुख्यमंत्री और 1972, 1980 और 2002 में नेता विपक्ष रह चुके हैं.

वह केन्द्रीय मंत्री के तौर पर कृषि और सिंचाई मंत्रालय का उत्तरदायित्व भी संभाल चुके हैं.प्रकाश सिंह बादल 2007 से 2017 तक लगातार मुख्यमंत्री रह चुके हैं. पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल भी जलालाबाद से अपनी सीट गंवा बैठे. उन्हें आम आदमी पार्टी के जगदीप कंबोज ने करारी मात दी. पंजाब में अकाली दल की राजनीति लगभग खत्म हो गई है.  

दोनों सीटों से चुनाव हारे सीएम चन्नी

सीएम चन्नी चमकौर साहिब और भदौड़ दोनों सीटों से विधानसभा चुनाव हार गए हैं. ये बात काफी दिलचस्प है कि चन्नी और सिद्धू दोनों अपनी सीट से हार चुके हैं. सिद्धू भी अमृतसर ईस्ट से हार गए हैं. चुनाव से पहले सिद्धू और चन्नी में जबरदस्त टकराव चल रहा था. सिद्धू को आप प्रत्याशी जीवन ज्योत कौर ने धूल चटाई. 

उत्तराखंड में हरीश रावत की हार

राज्य के पूर्व सीएम हरीश रावत भाजपा के मोहन सिंह बिष्ट से चुनाव हार गए. हरीश रावत 2017 में दो सीटों से चुनाव हारे थे और इस बार फिर नहीं जीत सके यानी एक के बाद एक तीन हार उनके खाते में दर्ज हो गई हैं. भाजपा के प्रत्याशी बिष्ट लालकुआं सीट के ही हल्दूचौड़ इलाके से ताल्लुक रखने वाले नेता हैं, जिन्हें जमीनी आधार वाला चेहरा माना जाता है. अपने बड़े भाई इंदर सिंह बिष्ट के खिलाफ उन्होंने 2019 में जिला पंचायत का चुनाव लड़ा था और जीता भी था. 

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