नई दिल्ली: कहते हैं ना कि अपराध को तो भगवान भी क्षमा नहीं कर सकते, उज्जैन के महाकाल मंदिर से विकास दुबे की गिरफ्तारी इस बात का सबूत है. यूपी का सबसे बड़ा गैंगस्टर और 8 पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपी विकास दुबे, जिसकी तलाश यूपी से लेकर दिल्ली तक चल रही थी. जिसके होने का अंदेशा पहले दिल्ली और फिर नोएडा में जताया जा रहा था. वो अचानक उज्जैन से मिला. ऐसे में कई सारे सवाल खड़े होने लाज़मी है.
अजब गिरफ्तारी की गजब कहानी!
जिस विकास दुबे के लिए हर बॉर्डर पर निगरानी रखी जा रही थी. हर चेहरे से मास्क हटाकर देखा जा रहा था. वो आखिर उज्जैन के महाकाल तक कैसे पहुंच गया? क्या विकास दुबे एक बार फिर यूपी पुलिस को चकमा देने में कामयाब रहा या फिर उसके कनेक्शन एक बार फिर यूपी पुलिस पर भारी पड़ गए. महाकाल के दरबार में विकास की गिरफ्तारी का आखिर पूरा सच क्या है?
फरीदाबाद से कल भागा विकास दिल्ली में हो सकता है. इसकी जानकारी थी, लेकिन वो मध्य प्रदेश में दबोचा गया या फिर यूं कहे कि उसने प्लानिंग के तहत सरेंडर किया. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी ट्वीट करके इसे प्रायोजित सरेंडर होने की आशंका जताई है.
Gangster Vikas Dubey, wanted in killing of 8 policemen, arrested https://t.co/oi0yU1GDFo
-via @inshortsयह तो उत्तरप्रदेश पुलिस के एनकाउंटर से बचने के लिए प्रायोजित सरेण्डर लग रहा है। मेरी सूचना है कि मध्यप्रदेश भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के सौजन्य से यह संभव हुआ है।
जय महाकाल।— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 9, 2020
तस्वीरों में देखा गया कि विकास दुबे नंगे पैर महाकाल के मंदिर में चल रहा है और उसके साथ सिक्योरिटी गार्ड है. शुरुआती जानकारी के मुताबिक गार्ड ने ही मंदिर में विकास दुबे को पहचाना और पुलिस को इसकी सूचना दी. जिसके बाद विकास की गिरफ्तारी की गई.
किस VVIP की मदद से मंदिर पहुंचा विकास?
मंदिर में मौजूद पुजारी के मुताबिक विकास दुबे के पास दर्शन की वीआईपी स्लिप भी मौजूद थी. जिसका मतलब ये कि किसी वीआईपी की मदद से उसने वो पर्ची हासिल की. जिससे भीड़भाड़ से बचकर दर्शन कर सके.
विकास ने मंदिर में अपनी पहचान छिपाने के लिए चश्मा भी लगाया था. विकास यूपी के 8 पुलिसकर्मियों के बलिदान का जिम्मेदार था. उसकी तलाश यूपी पुलिस की 100 से ज्यादा टीमें कर रही थी. लेकिन वो एमपी में मिला और अब एमपी पुलिस अपनी पीठ थपथपा रही है.
आखिर विकास दुबे गिरफ्तार हुआ या फिर उसने सरेंडर कर अपने आप को बचाने की ये साजिश रची ये बड़ा सवाल है. ऐसे ही 5 सवाल ज़ी हिन्दुस्तान डंके की चोट पर पूछ रहा है.
खूनी विकास के 'सरेंडर' पर 5 बड़े सवाल
सवाल नंबर 1). क्या खुद को बचाने के लिए रची विकास दुबे ने साजिश?
सवाल नंबर 2). विकास दुबे की गिरफ्तारी सुनियोजित तरीके से की गई?
सवाल नंबर 3). हरियाणा के फरीदाबाद से MP के उज्जैन कैसे पहुंचा विकास?
सवाल नंबर 4). अपराधी विकास दुबे को जानबूझकर गिरफ्तार कराया गया?
सवाल नंबर 5). पर्दे के पीछे कौन है खूखांर अपराधी विकास दुबे का 'रखवाला'?
पुलिस की गिरफ्त में आने से पहले विकास दुबे आखिरी बार फरीदाबाद में देखा गया था और उसकी गिरफ्तारी उज्जैन से की गई. आपको बता दें कि फरीदाबाद से उज्जैन की दूरी 770 किलोमीटर है और ये रास्ता राजस्थान से होता हुआ जाता है. सवाल ये है कि जब इतनी सुरक्षा थी, जब इतनी टीमें विकास को ढूंढने में लगी थी तो विकास उज्जैन पहुंचने में कामयाब कैसे हो पाया?
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