होशियारपुर: पंजाब की इस महत्वपूर्ण सेन्ट्रल जेल में कथित बेहद सख्ती के बावजूद मोबाइल कैसे पहुंचा. इसमें कैदियों का नेटवर्क काम कर रहा है या फिर पुलिस वाले पैसों के लिए काम करा रहे हैं. इसका जवाब आना बाकी है.
वीडियो जारी करके बंदियों ने पुलिस को निशाना बनाया
इस वीडियो के वायरल होने के बाद जेल प्रशासन की नींद उड़ गई है. मामले की जांच अभी तक किसी अंजाम तक नहीं पहुंच पाई. क्योंकि इस बारे में जेल का कोई अधिकारी मुंह खोलने को तैयार नहीं है.
यहां दो कैदियों ने मोबाइल पर 2 मिनट 14 सेकंड की वीडियो बना वायरल कर जेल प्रशासन को कठघरे में खड़ा किया है. इस वीडियो में कैदियों ने बताया है कि कैसे जेल में मोबाइल और नशा पहुंचाया जाता है.
उनका आरोप है कि यहां तैनात दो डीएसपी इस धंधे से पैसा कमा रहे हैं. कैदियों का आरोप है कि उनके हाथों 20 हजार का मोबाइल 40 हजार में बेचने के लिए मजबूर किया जाता है.
पुलिस ने आरोपों से इनकार किया
इन आरोपों पर डीएसपी हरभजन सिंह ने कहा कि पुलिस लगातार कार्रवाई करके जेल से मोबाइल बरामद कर रही है. जिसकी वजह से जेल में धंधा चलाने वाले कैदियों के गुर्गे वीडियो वायरल करके धमकी दे रहे थे कि अगर उनके खिलाफ दायर केस रद्द नहीं किया गया तो वीडियो के जरिए बदनाम कर देंगे. यह अक्सर जेल में लड़ाई झगड़ा करते रहते हैं.
कैदियों का ये भी आरोप है कि कैदियों के बीच उन्हें नशीला पदार्थ बेचने को मजबूर किया जाता है. बात नहीं मानने वाले कैदिय़ों को जेल कर्मी प्रताड़ित करते हैं.
लॉकडाउन के दौरान होशियारपुर सेंट्रल जेल में लगातार मोबाइल फोन बरामद होने की घटनाएं सामने आ रही थीं. जिसके बाद अब ये वीडियो सामने आया है.
कैदियों के आरोप में अगर जरा भी सच्चाई है. तो ये बात बेहद गंभीर है. क्योंकि मामला सेंट्रल जेल से जुड़ा है. यहां कैदियों के पास मोबाइल होने सुरक्षा पर बड़ा प्रश्नचिन्ह लगा रहा है.