पाक की सिम कार्ड वाली साजिश का खुलासा: ISI का 'डर्टी गेम'

मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच और सेना की खुफिया एजेंसी ने मुंबई में फेक सिम कार्ड रैकेट पर बड़ा खुलासा किया है. क्राइम ब्रांच और सेना की खुफिया एजेंसी ज्वाइंट ऑपरेशन में इसका खुलासा हुआ है..

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jun 1, 2020, 12:20 PM IST
    • पाक की ना'पाक' साजिश, ISI का 'डर्टी गेम'
    • क्राइम ब्रांच के डीसीपी ने दी अहम जानकारी
    • 'पाकिस्तान या खाड़ी देश से आ रही कॉल'
    • सरकार को लगाया जाता है करोड़ों का चूना
पाक की सिम कार्ड वाली साजिश का खुलासा: ISI का 'डर्टी गेम'

नई दिल्ली: कोरोना संकट काल में भी पाकिस्तान अपनी घटिया हरकतों से बाज़ नहीं आ रहा. सीमा पर सीज़फायर उल्लंघन हो या आतंकियों की भारत में घुसपैठ या फिर सेना की जासूसी, इमरान सरकार किसी न किसी तरह भारत में अस्थिरता फैलाने की साज़िश में जुटा है. इस साज़िश की डोर पाकिस्तान की कुख्यात खुफिया एजेंसी आईएसआई के हाथ में है.

पाक की ना'पाक' साजिश, ISI का 'डर्टी गेम'

मुंबई के गोवंडी में फेक सिमकार्ड एक्सचेंज का भंडाफोड़ हुआ तो शुरू में मामला फेक सिमकार्ड का लगा लेकिन जैसे जैसे जांच आगे बढ़ी ये फेक सिमकार्ड का मामला न होकर केवल देश की सुरक्षा तक जा पहुंचा.

मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच और सेना की खुफिया एजेंसी ने मुंबई में फेक सिम कार्ड रैकेट पर बड़ा खुलासा किया है. क्राइम ब्रांच और सेना की खुफिया एजेंसी के ज्वाइंट ऑपरेशन में इसका खुलासा हुआ है. सूत्रों के मुताबिक इस रैकेट के तार पाकिस्तान और अरब देशों से जुड़ते हुए नज़र आ रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान, खाड़ी देशों से कॉल को डाइवर्ट करके कश्मीर घाटी के राजौरी और पुंछ इलाके में संपर्क कराया जा रहा था. इन कॉल्स के ज़रिए COVID-19 से संक्रमित रक्षा प्रतिष्ठानों और जवानों की संख्या के बारे में जानकारी लेने की कोशिश की गयी है.

क्राइम ब्रांच के डीसीपी ने दी अहम जानकारी

मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच के डीसीपी अकबर पठान ने बताया कि "जानकारी मिली कि दो नंबर है जो रिफलेक्ट हुए हैं इनसे कश्मीर में डिफेंस इस्टैब्लिशमेंट में कॉल की गई. हमने कार्रवाई की और पांच सिम बॉक्स ज़ब्त किए जिनमें से एक नहीं चल रहा था बाकी चार चालू हालत में थे हमने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है."

दरअसल, मुंबई के गोवंडी इलाके में गैर कानूनी ढंग से VoIP एक्सचेंज चलाया जा रहा था. सिम कार्ड के पांच बॉक्स क्राइम ब्रांच ने ज़ब्त किया जिसका इस्तेमाल रक्षा प्रतिष्ठानों की जानकारी लेने और जवानों से जुड़ी जानकारी लेने में किया जा रहा था. दरअसल, इस VoIP एक्सचेंज से पाकिस्तान, खाड़ी देशों से आने वाली वॉइस कॉल्स को चीन के बने सिम बॉक्स की मदद से स्थानीय जीएसएम काल में बदल दिया जाता था.

'पाकिस्तान या खाड़ी देश से आ रही कॉल'

इन सिम बॉक्स में स्थानीय सेल्युलर प्रोवाइडर के जीएसएम सिमकार्ड फिट होते हैं जिनकी मदद से कॉल्स को कनवर्ट किया जाता है और कॉल रिसीव करने वाला समझ नहीं पाता कि कॉल पाकिस्तान या खाड़ी देश से आ रही है.

पता लगा है कि पाकिस्तान में बैठे लोग इन कॉल्स के ज़रिए रक्षा संस्थानों से जुड़ी जानकारियों का पता लगाने में जुटे थे. इसके अलावा कितने जवान कोविड-19 से संक्रमित हुए हैं, इसकी जानकारी जुटाने की भी कोशिश की गई. जांच में ये कनफर्म हुआ है कि इन सिम कार्ड पर कतर यूएई से कॉल आई हैं.

पाकिस्तान और खाड़ी देशों से आई कॉल्स का इस्तेमाल कश्मीर में रक्षा संस्थानों की जानकारी जुटाने के लिए किया जा रहा था. इनमें से ज़्यादातर कॉल्स कश्मीर के राजौरी पुंछ ज़िले में की गईं कुछ कॉल्स लेह में भी की गईं. पुलिस को आशंका है कि इसके पीछे पाकिस्तान की आईएसआई का हाथ हो सकता है.

सरकार को लगाया जाता है करोड़ों का चूना

सूत्रों के मुताबिक इनमें से एक कॉल ये पता लगाने के लिए थी कि कितने जवान कोविड-19 से संक्रमित हैं. ऐसे गैरकानूनी सिमकार्ड सेंटर से सस्ती अंतर्राष्ट्रीय कॉल मुहैया कराके सरकार को करोड़ों का चूना लगाया जाता है. लेकिन गोवंडी के एक्सचेंज का मकसद सीधे सीधे देश की सुरक्षा को चोट पहुंचाने के लिए किया जा रहा था. कितने जवान कोविड-19 से संक्रमित हैं ये जानकारी किसी हमले से पहले की तैयारियों के लिए की जा सकती है.

मुंबई के गोवंडी में फेक सिमकार्ड एक्सचेंज चलाने वाले समीर अलवरी नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया है. अलवरी को 2017 में फेक कॉल सेंटर चलाने के जुर्म में गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस अब ये पता लगाने में जुटी है कि क्या अलवरी सिर्फ एक्सचेंज चला रहा था या खुद देश विरोधी गतिविधियों में शामिल था.

इसे भी पढ़ें: संक्रमण के मामले में विश्व में 7वें स्थान पर पहुंचा भारत! रफ्तार बेकाबू

आपको बता दें कि इस साल फरवरी में मुंबई पुलिस और मिलिट्री इंटेलिजेंस ने इसी तरह का अवैध VoIP एक्सचेंज का भंडाफोड़ नोएडा और केरल में किया था. ये ऑपरेशन सितंबर 2019 में कुछ बड़े सेना अधिकारियों को अनजान और संदिग्ध नंबरों से आई कॉल के बाद चलाया गया था. इन कॉल्स में रक्षा प्रतिष्ठानों से जुड़ी जानकारी मांगी जा रही थी. ज़ाहिर है पाकिस्तान किसी न किसी तरह भारत में गड़बड़ी फैलाने में जुटा है लेकिन उसकी नापाक हरकतों का जवाब देने के लिए भारत मुस्तैद है.

इसे भी पढ़ें: आज से देश में UNLOCK 1 का आगाज! इन बंदिशों से मिली आजादी, जानिए यहां

इसे भी पढ़ें: कोरोना वैक्सीन पर भारत कर सकता है करिश्मा: पीएम मोदी के मन की बात में छिपे हैं संकेत!

ट्रेंडिंग न्यूज़