गढ़चिरौलीः कोरोना काल में भी पुलिस और सुरक्षाबलों के लिए आतंकपरस्त ताकतें लगातार चुनौती बनी हुई हैं. घाटी में सुरक्षाबल आतंकियों के मंसूबों को लगातार धो रहे हैं तो मैदान के जंगली इलाकों में नक्सली उत्पात मचा रहे हैं. मंगलवार देर रात गढ़चिरौली से ऐसा ही मामला सामने आया है.
कोरोना संकट के बीच भी नक्सली अपनी करतूतों से बाज नहीं आ रहे हैं. महाराष्ट्र सरकार जहां राज्य में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने में जुटे हैं वहीं नक्सली सरकारी संपत्ति को निशाना बना रहे हैं. मंगलवार रात नक्सलियों ने दो फॉरेस्ट ऑफिस में आग लगा दी और वन रेंजरों के साथ निर्दयता से मारपीट की.
सरकारी दफ्तर जलाया
महाराष्ट्र के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र गढ़चिरौली में नक्सलियों ने एक वारदात को अंजाम दिया है. यहां पर नक्सलियों ने फॉरेस्ट ऑफिस को जलाकर खाक कर दिया है. इसके अलावा नक्सलियों ने दफ्तर में काम कर रहे सरकारी कर्मचारियों के साथ मारपीट भी की है.
इस नक्सली हमले से फॉरेस्ट ऑफिस में मौजूद सभी दस्तावेज जलकर खाक हो गए हैं. वन विभाग के रेंज ऑफिसर ने बताया कि नक्सलियों ने भामरागढ़ वन विभाग के गट्टा रेंज ऑफिस को जला दिया. कुछ अन्य सूत्रों के मुताबिक दो वन रेंजरों की हत्या की बात भी सामने आ रही है, लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है.
जारी है पुलिस का अभियान
रात में नक्सलियों का एक गैंग यहां आया और उन्होंने स्टाफ के सथ मारपीट की. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई है. पुलिस ने इलाके में कॉम्बिंग ऑपरेशन शुरू कर दिया है और नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान चला रही है.
गढ़चिरौली नक्सलियों का गढ़ है. पहले भी नक्सली यहां कई बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. मई में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में एक सब-इंस्पेक्टर और कॉन्स्टेबल शहीद हो गए थे. इसके अलावा तीन अन्य सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे. ये मुठभेड़ पोयारकोटी-कोपरशी के जंगलों में हुई थी.